Bihar Crime: औरंगाबाद में 'पुलिसिया राज' का नंगा नाच, घर में घुसकर किशोरी से बदसलूकी, फिर तोड़फोड़-पिटाई, पूर्व सांसद ने उठाए गंभीर सवाल
Bihar Police: औरंगाबाद पुलिस की बर्बरता को को स्वीकार करते हुए पूर्व सांसद सुशील कुमार सिंह ने कहा कि औरंगाबाद पुलिस बिहार सरकार को बदनाम करने की साजिश रच रही है।

Bihar Crime:औरंगाबाद जिले में इन दिनों पुलिसिया बर्बरता कथित तौर पर अपनी सभी हदें पार कर चुकी है। गोह थाना क्षेत्र के सिंघाड़ी गांव का मामला अभी शांत भी नहीं हुआ था कि माली थाना क्षेत्र के चरण बाजार से एक और दिल दहला देने वाला मामला सामने आया है, जहां पुलिस पर घर में घुसकर महिलाओं और बच्चों सहित ग्रामीणों के साथ मारपीट, तोड़फोड़ और सीसी कैमरों को तोड़ने के गंभीर आरोप लगे हैं।
शराब की आड़ में 'दरिंदगी': दरोगा पर घर में घुसकर किशोरी से बदसलूकी का आरोप
यह ताजा मामला माली थाना क्षेत्र के चरण बाजार का है। आरोप है कि माली थाना का एक दरोगा और एक चौकीदार का पुत्र चरण बाजार में एक ग्रामीण के मकान में घुस गए। उस वक्त घर में कोई पुरुष सदस्य मौजूद नहीं था और एक किशोरी स्नान कर कपड़े बदल रही थी। तभी कथित तौर पर दरोगा उसके कमरे में घुस गया। अनजान पुरुषों को देखकर किशोरी शोर मचाने लगी, जिससे दर्जनों लोग इकट्ठा हो गए और दरोगा के साथ धक्का-मुक्की करने लगे। इसी बीच चौकीदार के पुत्र ने बताया कि यह माली थाना के दरोगा हैं और इस घर में दारू चेक करने आए थे। जब उनसे अपना आई-कार्ड दिखाने को कहा गया, तो उनके पास कोई पहचान पत्र मौजूद नहीं था। इसी बीच मौके का फायदा उठाकर दरोगा वहां से भाग निकला।
पुलिस का 'प्रतिशोध': तोड़फोड़, मारपीट और सीसी कैमरा तोड़ने का आरोप
दरोगा के भागने के कुछ ही देर बाद, वह 112 की टीम के साथ मौके पर पहुंचा। आरोप है कि पुलिस ने लोगों के घरों में घुस-घुस कर जमकर पिटाई की तथा घरों में रखे सामान को बुरी तरह तोड़फोड़ किया। हद तो तब हो गई जब बाजार में लगे सभी सीसी कैमरों को भी पुलिसकर्मियों ने तोड़ दिया, ताकि उनकी यह 'गुंडागर्दी' कैमरे में कैद न हो सके। आरोप है कि पुलिस ने बच्चों से लेकर वृद्धों तक, और महिलाओं से लेकर किशोरियों तक, सभी को बेरहमी से पीटा। वहीं, दरोगा के साथ मारपीट करने के आरोप में सात लोगों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया है।
पूर्व सांसद सुशील कुमार सिंह ने की मुलाकात, पुलिस पर लगाए गंभीर आरोप
इस पूरे मामले को लेकर औरंगाबाद के पूर्व सांसद सुशील कुमार सिंह आज पीड़ितों और उनके परिजनों से मिलने चरण बाजार पहुंचे। उन्होंने सभी पीड़ित परिवारों से मुलाकात कर उनकी स्थिति का जायजा लिया। पत्रकारों से बातचीत के दौरान उन्होंने बताया कि औरंगाबाद पुलिस की बर्बरता चरम सीमा पार कर चुकी है और ऐसे अधिकारियों तथा पुलिसकर्मियों को बख्शा नहीं जाएगा।
सिंह ने पुलिस की कार्यशैली पर सवाल उठाते हुए कहा है कि औरंगाबाद पुलिस पूरी तरह से बिहार सरकार को बदनाम करने की साजिश रच रही है, ताकि औरंगाबाद के ग्रामीण सरकार से उग्र हो जाएं और आने वाले चुनाव में इसका नतीजा बिहार सरकार को भुगतना पड़े। उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि पुलिस प्रशासन एक उग्रवादी की तरह चरण बाजार में आकर, हर घर में घुसकर टीवी, फर्नीचर, खिड़की और घर में रखे सारे सामान को तोड़फोड़ किया है, तथा बाजार में लगे सभी सीसी कैमरों को भी तोड़ दिया है ताकि पुलिस की वारदात कैमरे में कैद न हो सके। पूर्व सांसद ने कहा कि इस तरह की पुलिसिया गुंडागर्दी कतई बर्दाश्त नहीं की जाएगी और उन्होंने बिहार सरकार से इस मामले की जांच करते हुए दोषी अधिकारियों पर कड़ी कार्रवाई की भी मांग की है।यह घटना बिहार में पुलिस की कार्यशैली पर गंभीर सवाल खड़े करती है और न्याय तथा जवाबदेही की मांग करती है।
रिपोर्ट- दिनानाथ मौआर