Bihar Crime: आस्था पर भीषण प्रहार, प्रसिद्ध हनुमान मंदिर में सेंधमारी, बजरंगबली के आभूषण चोरी

Bihar Crime: प्राचीन हनुमान मंदिर से एक ऐसी दिल दहला देने वाली घटना सामने आई है, जिसने भक्तों की आस्था को झकझोर कर रख दिया है। ...

Bajrangbali jewelery stolen
आस्था पर भीषण प्रहार- फोटो : reporter

Bihar Crime:जहां श्रद्धालु श्रद्धा से शीश झुकाते हैं, उस पवित्र स्थल पर भी अब चोरों की नज़र पड़ गई है! भागलपुर के नवगछिया स्थित तेतरी जीरोमाइल के प्राचीन हनुमान मंदिर से एक ऐसी दिल दहला देने वाली घटना सामने आई है, जिसने भक्तों की आस्था को झकझोर कर रख दिया है। श्रद्धालु के वेश में आई एक महिला चोर ने बजरंगबली की प्रतिमा से चांदी के कुंडल, जनेऊ और अन्य आभूषण चुरा लिए! यह पूरी वारदात मंदिर में लगे सीसीटीवी कैमरे में साफ-साफ कैद हो गई है।

खौफनाक चोरी: श्रद्धा का नकाब ओढ़कर सेंधमारी

यह घटना नवगछिया के तेतरी जीरोमाइल स्थित उस प्राचीन हनुमान मंदिर में हुई है, जहां हमेशा श्रद्धालुओं की जयकारें गूंजती रहती हैं। सीसीटीवी फुटेज में साफ देखा जा सकता है कि एक अज्ञात महिला श्रद्धालु के वेश में मंदिर में प्रवेश करती है। मौका पाकर वह बजरंगबली की प्रतिमा से उनके चांदी के जनेऊ, कान के कुंडल, पैर के कड़े और अन्य बहुमूल्य आभूषण चुपके से उतार लेती है।

एनएच 31 से फरार, पुलिस जांच में जुटी

चोरी की वारदात को अंजाम देने के बाद, शातिर महिला एनएच 31 के रास्ते नवगछिया जीरोमाइल की ओर फरार हो गई। मंदिर प्रबंधन ने तत्काल इस गंभीर मामले में आदर्श थाना नवगछिया में प्राथमिकी (FIR) दर्ज करा दी है। पुलिस सीसीटीवी फुटेज के आधार पर चोर की पहचान करने और उसे गिरफ्तार करने में जुट गई है।

बार-बार हो रही चोरी: भक्तों में आक्रोश

स्थानीय लोगों में इस घटना के बाद भारी आक्रोश है। उनका कहना है कि यह कोई पहली बार नहीं है! कुछ समय पहले भी इसी मंदिर से हनुमान जी का मुकुट चोरी हो चुका है। आस्था के केंद्र पर बार-बार हो रहे ऐसे हमले श्रद्धालुओं के लिए चिंता का विषय बन गए हैं। भक्तों का साफ कहना है कि यह सिर्फ चोरी नहीं, बल्कि "बजरंगबली की गरिमा और भक्तों की श्रद्धा पर सीधा प्रहार" है।

मंदिर समिति की प्रशासन से गुहार

मंदिर समिति ने प्रशासन से सख्त मांग की है कि चोरों को जल्द से जल्द गिरफ्तार किया जाए।मंदिर की सुरक्षा व्यवस्था को और भी मजबूत किया जाए।श्रद्धा के इस पवित्र स्थल पर श्रद्धालुओं का विश्वास फिर से बहाल किया जाए।"जहां आस्था बसी हो, वहां ऐसी घटनाएं सिर्फ कानून का नहीं, धर्म का भी मामला बन जाती हैं।

पुलिस फुटेज के आधार पर तेजी से जांच कर रही है। बहरहाल इस घटना ने एक बार फिर यह सवाल खड़ा कर दिया है – क्या हमारे धर्मस्थल सुरक्षित हैं? और क्या आस्था को भी अब ताले और कैमरों के सहारे जीना होगा?

रिपोर्ट- अंजनी कुमार कश्यप