Bihar Crime: मानसून में भी बालू माफिया बेलगाम, ईओयू की रेड से मचा हड़कंप, मनेर बिहटा के तस्करों का हुआ पर्दाफाश
बालू के गैरकानूनी धंधे के खिलाफआर्थिक अपराध इकाई की विशेष टीम ने एक बड़ा ऑपरेशन चलाया और पूरे इलाके में खलबली मचा दी।....

Bihar Crime:मानसून अवधि में बालू खनन पर लगे सख्त प्रतिबंध के बावजूद बिहार में बालू माफिया बेलगाम हैं। नेशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल के आदेश की धज्जियां उड़ाते हुए पटना जिले के मनेर और बिहटा क्षेत्रों में माफिया अवैध बालू की खुदाई और भारी पैमाने पर भंडारण कर रहे थे। इस गैरकानूनी धंधे के खिलाफ बुधवार को आर्थिक अपराध इकाई (ईओयू) की विशेष टीम ने एक बड़ा ऑपरेशन चलाया और पूरे इलाके में खलबली मचा दी।
मनेर थाना क्षेत्र के चौरासी, सूअरमरवां और बिंदौल जैसे गांवों में एक के बाद एक कुल 40 स्थानों पर छापेमारी हुई, जहां से 85,670 सीएफटी अवैध बालू बरामद किया गया—जिसकी अनुमानित कीमत करीब 96.23 लाख रुपये है। यह बालू लगभग 400 ट्रकों में भरने लायक है। सिर्फ चौरासी गांव में 25 ठिकानों से 43,350 सीएफटी और सूअरमरवां में 15 ठिकानों से 42,320 सीएफटी पीला सोन बालू जब्त किया गया।
छापेमारी के दौरान कुख्यात खनन माफिया रणधीर राय के ठिकानों को भी खंगाला गया। बिहटा थाना क्षेत्र के पांडेय चक गांव में भी दो से तीन किलोमीटर के क्षेत्र में फैले बालू भंडारण का खुलासा हुआ। ईओयू की इस कार्रवाई में जिला खनन पदाधिकारी, बी-सैप बल, दानापुर और फुलवारीशरीफ के एसडीपीओ सहित कई थानों की पुलिस फोर्स शामिल रही।
सूत्रों की मानें तो दो बड़े बालू माफियाओं ने अपने नेटवर्क के माध्यम से दियारा के घाटों से अवैध खनन कराकर बालू इन गांवों में जमा किया था। इतने बड़े पैमाने पर पुलिस और प्रशासन की मौजूदगी देख गांव में हड़कंप मच गया। स्थानीय थानों में एफआईआर दर्ज कराई जा रही है, और जब्त बालू को खनन विभाग अपने अधीन लेगा।
यह कार्रवाई एक स्पष्ट संकेत है कि बालू माफियाओं की मनमानी अब ज्यादा दिन नहीं चलने वाली। ईओयू ने इनके खिलाफ शिकंजा कसने के लिए विशेष कोषांग गठित कर राज्यभर में अभियान तेज कर दिया है।