Bihar Crime: बिहार में दिनदहाड़े ताबड़तोड़ फायरिंग, तीन घायल, इलाके में तनाव

Bihar Crime: छोटे विवाद ने हिंसक रूप ले लिया और दिनदहाड़े गोलीबारी ने लोगों को हैरान कर दिया। विवाद इतना गरमाया कि एक पक्ष ने फायरिंग शुरू कर दी, और गोलियों की तड़तड़ाहट में तीन लोग गंभीर रूप से घायल हो गए।...

Gaya Firing in broad daylight
बिहार में दिनदहाड़े ताबड़तोड़ फायरिंग- फोटो : reporter

Bihar Crime: मामूली विवाद ने हिंसक रूप ले लिया और दिनदहाड़े गोलीबारी ने लोगों को हैरान कर दिया। विवाद इतना गरमाया कि एक पक्ष ने फायरिंग शुरू कर दी, और गोलियों की तड़तड़ाहट में तीन लोग गंभीर रूप से घायल हो गए। गयाजी के बुनियादगंज थाना क्षेत्र के मानपुर में जोड़ा मस्जिद के पास बीते दिनों जो हुआ, उसने इलाके की हवा ही बदल दी। दो पक्षों के बीच लंबे समय से चल रहे जमीनी विवाद ने हिंसक रूप ले लिया और दिनदहाड़े गोलीबारी ने लोगों को हैरान कर दिया। विवाद इतना गरमाया कि एक पक्ष ने फायरिंग शुरू कर दी, और गोलियों की तड़तड़ाहट में तीन लोग गंभीर रूप से घायल हो गए। यह पूरी घटना वीडियो में कैद हो गई, जिसमें साफ़ देखा जा सकता है कि गोलीबारी दिन के उजाले में, आम लोगों की आंखों के सामने हुई।

घायलों की पहचान राजू अहमद उर्फ परवेज आलम, शिवम सिंह और संतोष सहनी के रूप में हुई है। स्थानीय लोगों ने तत्परता दिखाते हुए घायलों को तुरंत जेपीएन सदर अस्पताल पहुंचाया, जहां डॉक्टरों की टीम ने उनकी गंभीर चोटों का उपचार शुरू किया। बाद में घायलों को एएनएमएमसीएच स्थानांतरित किया गया, जहां शिवम सिंह और संतोष सहनी की हालत को देखते हुए गोली निकालने की प्रक्रिया की गई। चिकित्सकों की सतर्क निगरानी में उनकी सेहत में धीरे-धीरे सुधार दिख रहा है।

स्थानीय सूत्रों और पुलिस के मुताबिक, दोनों पक्ष लंबे समय से जमीन को लेकर विवादित थे। यह झगड़ा उस पुराने ताने-बाने का सीधा नतीजा है, जिसमें छोटी-छोटी नोकझोंक अब हिंसक गोलियों में बदल गई। जोड़ा मस्जिद के आसपास रहने वाले लोग अब डर और आशंकाओं के बीच दिन गुज़ारने को मजबूर हैं।

पुलिस ने मामले की गंभीरता को देखते हुए छानबीन शुरू कर दी है। संदिग्धों की पहचान और गिरफ्तारियों की प्रक्रिया जारी है। वीडियो के वायरल होने के बाद प्रशासन की भी निगाहें इस हिंसक झगड़े पर टिकी हैं। यह मामला एक बार फिर याद दिलाता है कि जमीनी विवाद कभी-कभी केवल जमीन तक सीमित नहीं रहते, बल्कि इंसानी जानों और सामाजिक शांति पर सीधा हमला बन जाते हैं।

रिपोर्ट- मनोज कुमार