Goa nightclub fire: थाईलैंड से भारत लाए गए लूथरा ब्रदर्स, दिल्ली एयरपोर्ट पर गिरफ्तारी

Goa nightclub fire: गोवा के अरपोरा नाइटक्लब अग्निकांड मामले में फरार सौरभ और गौरव लूथरा को थाईलैंड से भारत लाया गया। दिल्ली एयरपोर्ट पर गोवा पुलिस ने दोनों को हिरासत में लिया। 25 लोगों की मौत वाले इस मामले में बड़ी कार्रवाई।

Goa nightclub fire
गोवा नाइटक्लब के आरोपी लाए गए इंडिया- फोटो : social media

Goa nightclub fire: गोवा के अरपोरा इलाके में हुए भीषण नाइटक्लब अग्निकांड के मामले में फरार चल रहे सौरभ लूथरा और गौरव लूथरा को आखिरकार भारत वापस लाया गया है। जैसे ही उनकी फ्लाइट दिल्ली एयरपोर्ट पर उतरी, गोवा पुलिस पहले से वहां मौजूद थी और दोनों को हिरासत में ले लिया गया।

थाईलैंड से दिल्ली तक की कार्रवाई

लूथरा भाइयों को 16 दिसंबर 2026 को थाईलैंड से भारत लाया गया। वे इंडिगो की फ्लाइट 6E-1064 से दिल्ली पहुंचे। उनकी वापसी को लेकर सुरक्षा एजेंसियां पूरी तरह सतर्क थीं और एयरपोर्ट पर उतरते ही कानूनी प्रक्रिया शुरू कर दी गई।

मेडिकल के बाद कोर्ट में पेशी

सूत्रों के अनुसार, एयरपोर्ट पर हिरासत में लेने के बाद दोनों आरोपियों का पहले मेडिकल परीक्षण कराया जाएगा। इसके बाद उन्हें दिल्ली की पटियाला हाउस कोर्ट में ट्रांजिट रिमांड के लिए पेश किया जाएगा, जहां से आगे की कानूनी कार्रवाई तय होगी।

फुकेट से बैंकॉक और फिर भारत

इस मामले में गोवा पुलिस की सक्रियता के बाद 11 दिसंबर को लूथरा भाइयों को थाईलैंड के फुकेट स्थित होटल इंडिगो से हिरासत में लिया गया था। अगले दिन, 12 दिसंबर को उन्हें फुकेट से बैंकॉक लाया गया, जहां से भारत प्रत्यर्पण की प्रक्रिया पूरी की गई। इसी दौरान दोनों के पासपोर्ट सस्पेंड कर दिए गए थे और उनकी अग्रिम जमानत याचिका भी रोहिणी कोर्ट ने खारिज कर दी थी।

आग लगते ही विदेश भागने की साजिश

जांच में यह भी सामने आया है कि नाइटक्लब में आग लगने के समय ही दोनों आरोपी देश छोड़ने की तैयारी में जुट गए थे। गोवा पुलिस के मुताबिक, 7 दिसंबर की रात करीब 1:17 बजे उन्होंने एक ट्रैवल पोर्टल के जरिए फुकेट के लिए फ्लाइट टिकट बुक कर लिए थे। इसके बाद 8 दिसंबर को पुलिस ने उनके खिलाफ लुकआउट सर्कुलर (LOC) जारी किया।

25 लोगों की गई थी जान

गौरतलब है कि 6 दिसंबर की देर रात गोवा के अरपोरा स्थित नाइटक्लब ‘बर्च बाय रोमियो लेन’ में भीषण आग लग गई थी। इस दर्दनाक हादसे में 25 लोगों की मौत हो गई थी। घटना के बाद से ही नाइटक्लब के मालिकों की भूमिका को लेकर सवाल उठ रहे थे और अब उनकी गिरफ्तारी को जांच में बड़ी सफलता माना जा रहा है।