Khagaria Crime: मासूम के दोनों जांघों को चीरती हुई निकली गोली, पुलिस बेखबर, , कब रुकेगा हर्ष फायरिंग का खेल?

Khagaria Crime: खगड़िया जिले के भरतखंड थाना क्षेत्र के नौनियाचक गांव में एक शादी समारोह की खुशियां उस वक्त मातम में बदल गईं, जब हर्ष फायरिंग के दौरान 12 वर्षीय मासूम प्रियांशु कुमार को गोली लग गई।

हर्ष फायरिंग
मासूम की जिंदगी दांव पर- फोटो : Reporter

Khagaria Crime:  खगड़िया जिले के भरतखंड थाना क्षेत्र के नौनियाचक गांव में एक शादी समारोह की खुशियां उस वक्त मातम में बदल गईं, जब हर्ष फायरिंग के दौरान 12 वर्षीय मासूम प्रियांशु कुमार को गोली लग गई। गोली ने बच्चे की दोनों जांघों को चीरते हुए आर-पार कर दिया, जिससे वह गंभीर रूप से घायल हो गया। इस घटना ने न केवल गांव में सनसनी फैला दी, बल्कि पुलिस की कार्यप्रणाली पर भी सवाल खड़े कर दिए। हैरानी की बात यह है कि थाना क्षेत्र में इतनी बड़ी घटना होने के बावजूद भरतखंड पुलिस को इसकी भनक तक नहीं लगी।

शादी का जश्न बना काल

घटना नौनियाचक गांव में नन्हा कुंवर की बेटी की शादी समारोह की है। रात करीब 12 बजे डीजे की धुन पर लोग नाच-गा रहे थे। माहौल उत्साहपूर्ण था, और शादी की खुशियों में हर कोई डूबा हुआ था। इसी दौरान कुछ लोगों ने अपने लाइसेंसी हथियारों से हर्ष फायरिंग शुरू कर दी। बताया जाता है कि 10 से अधिक लोग हवा में गोलियां दाग रहे थे। इसी अफरा-तफरी में डीजे की धुन पर नाच रहा 12 वर्षीय प्रियांशु कुमार, जो कक्षा आठवीं का छात्र है, अचानक गोली का शिकार हो गया।

गोली प्रियांशु की दोनों जांघों को चीरती हुई निकल गई, और वह दर्द से चीखता हुआ जमीन पर गिर पड़ा। समारोह में मौजूद लोगों में भगदड़ मच गई। परिजनों ने आनन-फानन में घायल बच्चे को स्थानीय अस्पताल पहुंचाया, लेकिन उसकी हालत गंभीर होने के कारण डॉक्टरों ने उसे भागलपुर के मायागंज अस्पताल रेफर कर दिया। वर्तमान में प्रियांशु मायागंज अस्पताल में जिंदगी और मौत से जूझ रहा है।

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परिजनों का दर्द: "इलाज के लिए भागे, अब करेंगे FIR"

प्रियांशु के पिता रामखेलावन चौधरी और परिवार के अन्य सदस्य इस घटना से सदमे में हैं। परिजनों का कहना है कि गोली लगने के बाद उनकी प्राथमिकता बच्चे की जान बचाने की थी, इसलिए वे तुरंत उसे लेकर अस्पताल की ओर भागे। उन्होंने बताया, "हमें उस वक्त कुछ समझ नहीं आया। बच्चा खून से लथपथ था, और हम उसे लेकर भागलपुर चले आए। अब घर लौटने के बाद उन लोगों के खिलाफ FIR दर्ज करेंगे, जिनकी वजह से यह हादसा हुआ।" परिजनों ने यह भी खुलासा किया कि फायरिंग में कई लोग शामिल थे, लेकिन यह स्पष्ट नहीं हो पाया कि गोली किसके हथियार से चली।

हर्ष फायरिंग का खतरनाक खेल: 10 से ज्यादा लोग दाग रहे थे गोलियां

सूत्रों के हवाले से पता चला है कि शादी समारोह में 10 से अधिक लोग अपने लाइसेंसी हथियारों से हर्ष फायरिंग कर रहे थे। यह फायरिंग खुशी जाहिर करने के लिए की जा रही थी, लेकिन इस लापरवाही ने एक मासूम की जिंदगी खतरे में डाल दी। हर्ष फायरिंग के दौरान गोली गलत दिशा में गई और प्रियांशु को लगी। इस घटना ने एक बार फिर हर्ष फायरिंग की खतरनाक प्रथा पर सवाल उठाए हैं, जो बिहार में शादी-ब्याह जैसे समारोहों में आम हो चुकी है।

पुलिस की चुप्पी

सबसे चौंकाने वाली बात यह है कि इस गंभीर घटना की जानकारी स्थानीय पुलिस को नहीं थी। भरतखंड थानाध्यक्ष रौशन कुमार ने कहा, "हमें इस घटना की कोई जानकारी नहीं है।" सवाल यह है कि इतनी बड़ी घटना के बाद भी पुलिस को सूचना क्यों नहीं मिली? क्या थाना क्षेत्र में अवैध हथियारों और हर्ष फायरिंग पर कोई निगरानी नहीं है?परिजनों ने स्पष्ट किया है कि वे इस मामले में FIR दर्ज करेंगे, लेकिन अभी तक पुलिस की ओर से कोई ठोस कार्रवाई नहीं दिख रही है। इस घटना ने नौनियाचक गांव में मातम का माहौल पैदा कर दिया है, और लोग इस बात से आक्रोशित हैं कि ऐसी लापरवाही कैसे हो सकती है।

नौनियाचक गांव की यह घटना एक बार फिर हर्ष फायरिंग की खतरनाक प्रथा को उजागर करती है। 12 वर्षीय प्रियांशु की हालत गंभीर है, और उसका परिवार इस सदमे से उबरने की कोशिश कर रहा है। 

रिपोर्ट- अमित कुमार