Bihar Crime: प्यार की सजा प्रेमी को नदी में बहाया, दरिया ने लील लिया इश्क, अब शव की तलाश में जुटी पुलिस ,दिल ने जिसे चाहा… प्रेमिका के बाप ने हीं डुबो दिया
Bihar Crime: प्रेम प्रसंग, जो कवियों की कविताओं और फिल्मों की स्क्रिप्ट में तो बड़ा रोमांटिक लगता है, असल जिंदगी में एक डरावना हादसा बन गया।...

Bihar Crime: बिहार के खगड़िया जिले से एक ऐसी खबर आई है, जो दिल को दहला दे और दिमाग को झकझोर दे! प्रेम प्रसंग, जो कवियों की कविताओं और फिल्मों की स्क्रिप्ट में तो बड़ा रोमांटिक लगता है, यहाँ असल जिंदगी में एक डरावना हादसा बन गया। विशाल पासवान का कुसूर इतना था कि उसने इश्क किया था, उसने प्यार में ऐसा कदम उठाया कि उसकी जिंदगी ही बागमती नदी के हवाले हो गई। और हाँ, ये कोई रोमियो-जूलियट का मॉडर्न वर्जन नहीं है, बल्कि एक ऐसी त्रासदी है, जहाँ प्रेमिका के परिजनों ने प्रेमी को "नदी में डूबो दिया।
बात शुरू होती है खगड़िया के अलौली इलाके से, जहाँ गंगौर थाना क्षेत्र के घुसमुरी बिशनपुर का रहने वाला विशाल पासवान, अपने दिल की धड़कनों को सुनते हुए, अपनी प्रेमिका से मिलने श्यामघरारी पहुँचा। अब ये तो कोई नहीं बताएगा कि मुलाकात में क्या-क्या बातें हुईं, लेकिन ये मुलाकात इतनी "महंगी" पड़ी कि विशाल की जिंदगी ही दांव पर लग गई। प्रेमिका के पिता सुजीत पासवान और उनके बेटे ने, जो शायद "प्यार के दुश्मन नंबर वन" की भूमिका में थे, विशाल को पकड़ा, और फिर बिना जज-वकील के "फैसला-ए-नदी" सुना दिया। बागमती नदी को गवाह बनाकर, विशाल को उसमें फेंक दिया गया। अब एसडीआरएफ की टीमें नदी में शव की तलाश कर रही हैं, लेकिन नदी ने अभी तक कोई जवाब नहीं दिया।
पुलिस की तफ्तीश में मामला तब खुला, जब विशाल के चाचा अवधेश पासवान ने थाने में शिकायत दर्ज कराई। शिकायत का आधार? प्रेमिका का एक फोन कॉल, जिसमें उसने बताया कि उसके परिवार वाले विशाल को बिहार की किसी सुनसान जगह पर ले गए हैं, और कुछ भी अनहोनी हो सकती है। अब ये तो वही प्रेमिका जाने कि उसने ये कॉल क्यों और कैसे किया, लेकिन इतना तय है कि उसकी चेतावनी देर से आई। पुलिस ने सुजीत पासवान को हिरासत में लिया, और सख्ती से पूछताछ की तो बाप-बेटे की जोड़ी ने सच उगल दिया—विशाल को नदी में "डिस्पोज" कर दिया गया।
खगड़िया के पुलिस कप्तान राकेश कुमार के निर्देश पर अलौली सीडीपीओ को भी इस मामले की जांच में लगाया गया है। एसडीआरएफ की टीम लगातार बागमती नदी में विशाल पासवान के शव की तलाश कर रही है, लेकिन अब तक उन्हें सफलता नहीं मिली है।
बहरहाल अब यहाँ सवाल ये उठता है कि आखिर प्यार करना इतना बड़ा गुनाह कैसे हो गया? क्या प्रेमिका के परिजनों को लगता है कि बागमती नदी में हर समस्या का समाधान बहता है? या फिर ये बिहार की उस पुरानी परंपरा का हिस्सा है, जहाँ "इज्जत" के नाम पर इंसानियत को तिलांजलि दे दी जाती है? खैर, ये सवाल तो बाद में हल होंगे, फिलहाल पुलिस और एसडीआरएफ की टीमें नदी के किनारे-किनारे विशाल की तलाश में भटक रही हैं, और समाज ये सोचने को मजबूर है कि आखिर प्यार की ऐसी कीमत क्यों? ये थी एक और कहानी, जहाँ प्यार की राह में कांटे नहीं, बल्कि पूरी की पूरी नदी बिछा दी गई। अब देखना ये है कि बागमती नदी कोई जवाब देती है या फिर ये प्रेम कहानी हमेशा के लिए अनसुलझी रह जाएगी। तब तक, अगर आप भी किसी से प्यार करते हैं, तो जरा संभलकर, कहीं आपकी कहानी का अंत भी किसी नदी के हवाले न हो जाए!
रिपोर्ट- अमित कुमार