जिस नाबालिग बलात्कार पीड़िता को पीएमसीएच में चार घंटे नहीं मिला बेड उसकी हुई मौत, मुजफ्फरपुर से की गई थी रेफर

बिहार के सबसे बड़े अस्पताल पीएमसीएच में जिस बलात्कार पीड़िता को कथित रूप से 4 घंटे तक उपचार के लिए बेड तक नहीं मिला और भारी बवाल हुआ, उसकी रविवार को मौत हो गई.

rape victim dies in PMCH
rape victim dies in PMCH- फोटो : news4nation

PMCH : मुजफ्फरपुर से पटना मेडिकल कॉलेज अस्पताल (पीएमसीएच) में रेफर की गई नाबालिग बलात्कार पीड़िता की रविवार को मौत हो गई. रेप पीडिता को शनिवार को कथित तौर पर अस्पताल में बिस्तर उपलब्ध न होने के कारण चार घंटे से अधिक समय तक एम्बुलेंस में इंतजार करना पड़ा था। इसे लेकर काफी विवाद हुआ था. इस घटना का एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ, जिसने बिहार की सार्वजनिक स्वास्थ्य प्रणाली की बदतर स्थिति को उजागर किया, खासकर पीएमसीएच जैसे प्रमुख संस्थान में, जिसे वर्तमान में विश्व स्तरीय सुविधा के रूप में विकसित किया जा रहा है वहां भी रेप पीडिता को बेड नहीं मिला।


26 मई को लड़की के साथ बलात्कार किया गया था। हमले के बाद आरोपी ने उसका गला और सीना बेरहमी से काट दिया था। पुलिस के अनुसार, अपराधी उसे उसकी मौसी के घर के पास चॉकलेट खिलाने के बहाने बहला-फुसलाकर ले गया और उसे मक्के के खेत में ले गया। हमले के बाद उसने उसका गला रेतकर हत्या करने का प्रयास किया।  इस मामले में आरोपी रोहित साहनी (30) को गिरफ्तार कर लिया गया है।


इसे लेकर जमकर विवाद भी हुआ। कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष राजेश राम, जो पार्टी के मीडिया सेल के अध्यक्ष राजेश राठौर के साथ अस्पताल में मौजूद थे, ने कहा कि उन्होंने स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडे से संपर्क करने का प्रयास किया, लेकिन उनका फोन नहीं उठा। राठौर ने कहा कि पीड़िता को मुजफ्फरपुर के एसकेएमसीएच से रेफर किया गया था और वह सुबह 11 बजे के आसपास पीएमसीएच पहुंची थी। अस्पताल प्रशासन को उसे बिस्तर मुहैया कराने में चार घंटे से अधिक समय लगा और आखिरकार उसे दोपहर 3 बजे के बाद वहां भर्ती कराया गया। 


वीडियो में पीएमसीएच के उपाधीक्षक डॉ. अशोक कुमार झा को यह कहते हुए सुना गया कि मरीज की जांच में तीन विभागों के डॉक्टर शामिल थे। " उन्होंने संवाददाताओं से कहा, अधीक्षक छुट्टी पर हैं और सूचना मिलते ही मैं बलात्कार पीड़िता के पास पहुंच,। जब उन्हें बताया गया कि लड़की चार घंटे से अधिक समय तक एम्बुलेंस के अंदर रही, तो डॉ. झा ने कहा कि आपातकालीन डॉक्टरों ने वाहन में लड़की को देखा था। 


पीएमसीएच में एम्बुलेंस के बाहर बात करते हुए लड़की के चाचा ने कहा, "हमें एसकेएमसीएच, मुजफ्फरपुर से पीएमसीएच रेफर किया गया था। हमें बताया गया कि वहां इलाज की बेहतर व्यवस्था नहीं है। लेकिन यहां आने के बाद हमें इधर-उधर दौड़ाया जा रहा है। अब उसकी ऑक्सीजन भी खत्म होने वाली है। जब हमने यहां ऑक्सीजन सिलेंडर के बारे में बात की तो हमें बताया गया कि इसकी कीमत 2,000 रुपये होगी। हम गरीब लोग इतने पैसे कहां से लाएंगे? इन सबके बीच रविवार को पीड़िता की मौत हो गई ।


अनिल की रिपोर्ट