Bihar Crime: बिहार में पुलिस ने अंडरवर्ल्ड की तोड़ी कमर, हथियार तस्करी के बड़े नेटवर्क का हुआ खुलासा, STF को मिली बड़ी सफलता

Bihar Crime: बिहार की गलियों में पल रही अवैध हथियारों की काली कमाई पर एसटीएफ ने ऐसा करारा वार किया कि पूरे तस्करी नेटवर्क में खलबली मच गई।

Nalanda Police Bust Major Arms Smuggling Network
बिहार में पुलिस ने अंडरवर्ल्ड की तोड़ी कमर- फोटो : reporter

Bihar Crime: बिहार की गलियों में पल रही अवैध हथियारों की काली कमाई पर एसटीएफ ने ऐसा करारा वार किया कि पूरे तस्करी नेटवर्क में खलबली मच गई। नालंदा जिले के लहेरी थाना क्षेत्र अंतर्गत सोहन कुआं मोहल्ले में की गई इस हाई-वोल्टेज कार्रवाई ने यह साफ कर दिया कि पुलिस अब अपराधियों की जड़ों तक पहुंचने के मूड में है। गुप्त सूचना के आधार पर रची गई इस रणनीतिक रेड में एसटीएफ और स्थानीय पुलिस ने पांच हथियार तस्करों को रंगे हाथों दबोच लिया, जिनके कब्जे से ऐसे-ऐसे घातक हथियार निकले कि देखने वालों के होश उड़ गए।

छापेमारी के दौरान जिस किराए के फ्लैट से हथियारों की खेप पकड़ी गई, वह किसी आम ठिकाने जैसा नहीं बल्कि अंडरवर्ल्ड की मिनी फैक्ट्री बन चुका था। यहां से ‘मेड इन चाइना’ लिखी पांच अत्याधुनिक पिस्टल, AK-47 के 153 जिंदा कारतूस, छह मैगजीन और एक स्कॉर्पियो वाहन बरामद किया गया। बताया जा रहा है कि यह स्कॉर्पियो झारखंड से आई थी, जिससे अंतरराज्यीय हथियार तस्करी के नेटवर्क की बू साफ नजर आने लगी है।

गिरफ्तार आरोपियों में नगर थाना क्षेत्र का कुख्यात परवेज, मुंगेर का रहने वाला सौरभ झा और झारखंड के पूर्वी सिंहभूम जिले के तीन युवक शामिल हैं, जो आपस में सगे भाई बताए जा रहे हैं। जांच में सामने आया है कि सौरभ झा ने ही फ्लैट किराये पर लेकर उसे हथियारों की खरीद–फरोख्त और डिलीवरी का सेफ हाउस बना रखा था। वही स्थानीय अपराधियों और झारखंड से आने वाले सप्लायरों के बीच कड़ी बनकर काम कर रहा था।

पूछताछ में पुलिस को यह भी इनपुट मिला है कि ये आरोपी जमीन की खरीद-बिक्री के कारोबार की आड़ में हथियार तस्करी जैसे संगीन जुर्म को अंजाम दे रहे थे। यानी जमीन के कागजों के पीछे बंदूक और कारतूस का पूरा खेल चल रहा था। फिलहाल एसटीएफ सभी आरोपियों से गहन पूछताछ कर रही है और यह जानने की कोशिश में जुटी है कि हथियारों की सप्लाई कहां से हो रही थी और इन्हें किन इलाकों में खपाने की साजिश थी।

एसटीएफ के अफसरों का कहना है कि यह तो सिर्फ शुरुआत है। इस ऑपरेशन की परतें जैसे-जैसे खुलेंगी, वैसे-वैसे हथियार माफिया का पूरा चेहरा बेनकाब होगा। बिहारशरीफ में चली इस कार्रवाई ने साफ संकेत दे दिया है कि अब अवैध हथियारों का कारोबार करने वालों के लिए जमीन तंग होने वाली है।

रिपोर्ट- राज पाण्डेय