Bihar Crime: बिहार में इंसानियत का कत्ल, भीड़ की हैवानियत ने ली कपड़ा व्यापारी की जान, नवादा में गुंडों का ख़ौफ़नाक चेहरा आया सामने
Bihar Crime: क्रूर मोब लिंचिंग ने एक बार फिर साबित कर दिया है कि सूबे में अपराध का साया किस कदर गहराता जा रहा है।...
Bihar Crime: बिहार के नवादा ज़िले से आई यह ख़बर रूह कंपा देने वाली है। रोह थाना क्षेत्र के भट्टा गांव में हुई क्रूर मोब लिंचिंग ने एक बार फिर साबित कर दिया है कि सूबे में अपराध का साया किस कदर गहराता जा रहा है। 5 दिसंबर को बेरहमी से पीटे गए कपड़ा व्यापारी मोहम्मद अतहर हुसैन ने इलाज के दौरान शुक्रवार देर रात बिहारशरीफ सदर अस्पताल में दम तोड़ दिया। अतहर नालंदा ज़िले के लेहरी थाना क्षेत्र के गगन डीह मोहल्ला के रहने वाले थे और पिछले बीस वर्षों से नवादा में कपड़े बेचकर अपने परिवार का पेट पाल रहे थे।
इस वारदात की सबसे डरावनी कड़ी वह बयान है, जो अतहर ने मौत से पहले 7 दिसंबर को कैमरे पर दर्ज कराया था। उनका कहना था कि डुमरी गांव से लौटते समय नशे में धुत 6–7 युवकों ने रास्ते में उन्हें रोका, जबरन बाइक से उतारकर लूटपाट की गई, फिर हाथ-पैर बांधकर एक कमरे में क़ैद कर दिया गया।पेट्रोल डालकर डराया गया और गर्म लोहे की रॉड से शरीर के कई हिस्सों को दागा गया। उंगलियां और हाथ तोड़ दिए गए। कुछ ही देर में हमलावरों की तादाद 15–20 तक पहुंच गई।
हालात बिगड़ते देख किसी तरह पुलिस मौके पर पहुंची और अतहर को भीड़ से छुड़ाकर नवादा सदर अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां से हालत गंभीर होने पर उन्हें बिहारशरीफ रेफर किया गया। लेकिन ज़ख़्म इतने गहरे थे कि ज़िंदगी की जंग वह हार गए।
रोह थाना प्रभारी रंजन कुमार के मुताबिक़, इस मामले में एफआईआर दर्ज कर तीन आरोपियों को गिरफ़्तार कर लिया गया है, जबकि अन्य की तलाश जारी है। फॉरेंसिक टीम की मौजूदगी में मजिस्ट्रेटी पोस्टमार्टम कराया गया।
यह जघन्य वारदात महज़ एक क़त्ल नहीं, बल्कि क़ानून-व्यवस्था, प्रशासन और हुकूमत पर एक बड़ा सवाल है। एक ग़रीब व्यापारी को इस तरह सरेआम हैवानियत का शिकार बनाना बताता है कि बिहार में अपराधियों के हौसले कितने बुलंद हैं।
रिपोर्ट- अमन कुमार