Operation against Maoists: नक्सलियों द्वारा लगाए गए आईईडी की चपेट में आया जवान, छह दिनों से माओवादियों के खिलाफ चल रहा व्यापक अभियान

केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने 31 मार्च 2026 तक नक्सलवाद को खत्म करने का संकल्प लिया है . इसे लेकर नक्सलियों के खिलाफ बड़ा अभियान चलाया जा रहा है जिसमें शनिवार को आईईडी ब्लास्ट की चपेट में जवान आ गए.

Operation against Maoists
Operation against Maoists- फोटो : news4nation

Operation against Maoists: नक्सलियों द्वारा लगाए गए आईईडी की चपेट में आने से शनिवार को एक जवान उसकी चपेट में आ गया. छत्तीसगढ़ के बीजापुर जिले में नक्सलियों द्वारा लगाए गए प्रेशर इम्प्रोवाइज्ड एक्सप्लोसिव डिवाइस (आईईडी) के फटने से शनिवार को जिला रिजर्व गार्ड (डीआरजी) का एक जवान घायल हो गया। यहां पिछले छह दिनों से माओवादियों के खिलाफ व्यापक अभियान चल रहा था। 


यह घटना छत्तीसगढ़-तेलंगाना सीमा पर कर्रेगुटा, दुर्गमगुट्टा और पुजारीकांकर के पहाड़ी क्षेत्र में करीब 10,000 सुरक्षाकर्मियों के साथ अभियान सोमवार को शुरू किया गया। उन्होंने बताया कि आज सुबह प्रेशर आईईडी के फटने से डीआरजी का एक जवान मामूली रूप से घायल हो गया। अधिकारी ने बताया, "घायल जवान का सुरक्षा बलों के शिविर में उपचार किया गया और उसकी हालत खतरे से बाहर बताई गई है। वह जल्द ही सक्रिय ड्यूटी पर लौट आएगा।" 


उन्होंने बताया कि 24 अप्रैल की सुबह अभियान के दौरान आईईडी विस्फोट के कारण विशेष कार्य बल (एसटीएफ) के एक अन्य जवान के टखने में मामूली मोच आ गई थी। उन्होंने बताया कि उसकी हालत सामान्य है और वह ठीक हो गया है। मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने यहां संवाददाताओं से बातचीत करते हुए कहा, "हमारे सुरक्षा बल नक्सलियों के खिलाफ बहादुरी और मजबूती से लड़ रहे हैं। सुरक्षा बल भीषण गर्मी में 40 डिग्री सेल्सियस से अधिक तापमान का सामना करते हुए तेलंगाना-छत्तीसगढ़ सीमा पर एक पहाड़ी पर नक्सलियों के खिलाफ एक बड़ा अभियान चला रहे हैं।"

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 उन्होंने कहा कि केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने 31 मार्च 2026 तक नक्सलवाद को खत्म करने का संकल्प लिया है और यह लक्ष्य हासिल किया जाएगा। यह अभियान बस्तर क्षेत्र में शुरू की गई सबसे बड़ी आतंकवाद विरोधी कार्रवाइयों में से एक है, जिसमें छत्तीसगढ़ पुलिस के डीआरजी, बस्तर फाइटर्स और एसटीएफ, केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल और इसके विशिष्ट कमांडो बटालियन फॉर रेसोल्यूट एक्शन (कोबरा) सहित विभिन्न इकाइयों के कर्मी शामिल हैं।

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