एटीएम स्वैपिंग के सुल्तानों का अंत! 54 एटीएम और गाड़ियों के साथ धरे गए 13 खूंखार ठग, पटना पुलिस का सर्जिकल स्ट्राइक
पुलिस ने एक बड़े साइबर गिरोह का पर्दाफाश करते हुए 13 शातिर जालसाजों को गिरफ्तार किया है। इन अपराधियों के पास से 54 एटीएम कार्ड, 23 मोबाइल और दो लग्जरी गाड़ियां बरामद हुई हैं।
Patna - पटना पुलिस ने साइबर अपराध के खिलाफ एक बड़ी सफलता हासिल की है। पुलिस ने एटीएम कार्ड बदलकर और साइबर ठगी के जरिए लोगों को चूना लगाने वाले एक संगठित गिरोह का पर्दाफाश करते हुए कुल 13 अभियुक्तों को गिरफ्तार किया है। यह कार्रवाई वरीय पुलिस अधीक्षक, पटना के निर्देश पर गठित एक विशेष टीम द्वारा गुप्त सूचना के आधार पर की गई, जिसमें पुलिस ने गिरोह के मंसूबों को नाकाम कर दिया।
गुप्त सूचना पर पुलिस की छापेमारी
घटना की शुरुआत 24 दिसंबर 2025 को हुई, जब पुलिस को सूचना मिली कि गर्दनीबाग थाना क्षेत्र के अनिशाबाद स्थित माणिकचन्द तालाब के पास कुछ अपराधी एटीएम और साइबर ठगी की योजना बना रहे हैं। सूचना के सत्यापन के बाद पुलिस अनुमंडल पदाधिकारी, सचिवालय के नेतृत्व में एक विशेष टीम बनाई गई। टीम ने त्वरित कार्रवाई करते हुए तालाब के पास दबिश दी और मौके से दो मुख्य अभियुक्तों, मो. आमिर और मो. आमिर (दोनों गया निवासी), को गिरफ्तार कर लिया।
पूछताछ में हुआ बड़ा खुलासा
पकड़े गए अभियुक्तों से जब गहन पूछताछ की गई, तो उन्होंने स्वीकार किया कि वे अपने अन्य साथियों के साथ मिलकर गर्दनीबाग रोड नंबर-16 में एटीएम और साइबर धोखाधड़ी की बड़ी योजना बना रहे थे। उनकी निशानदेही पर पुलिस ने बताए गए स्थान पर छापेमारी की, जहाँ गिरोह के अन्य सदस्य ठगी की गतिविधियों में लिप्त पाए गए। पुलिस ने वहां से गिरोह के बाकी 11 सदस्यों को भी धर दबोचा।
गिरफ्तार अभियुक्तों का विवरण
गिरफ्तार किए गए 13 अभियुक्तों में मुख्य रूप से गया, वैशाली, मुजफ्फरपुर और पश्चिम चंपारण के निवासी शामिल हैं। इनमें मो. आमिर, मो. बकार, मो. जाहिद अहसान, नवनीत कुमार, सोनू कुमार, सुजीत कुमार, प्रभात रंजन, मो. खुशाम, विशाल कुमार, राहुल कुमार, सत्यम कुमार और सौरभ द्विवेदी शामिल हैं। इन अपराधियों की उम्र 22 से 28 वर्ष के बीच है, जो तकनीकी रूप से सक्षम होकर लोगों को ठगने का काम कर रहे थे।
भारी मात्रा में सामान की बरामदगी
पुलिस ने इस गिरोह के पास से अवैध गतिविधियों में इस्तेमाल होने वाला भारी जखीरा बरामद किया है। बरामद सामानों में 54 एटीएम कार्ड, 11 बैंक पासबुक, सिम कार्ड के साथ 23 मोबाइल फोन, 5 अतिरिक्त सिम कार्ड और 5900 रुपये नकद शामिल हैं। इसके अलावा, पुलिस ने उनके पास से दो चार पहिया वाहन, 28 चेक बुक, 2 ब्लैंक चेक और एक पासपोर्ट भी जब्त किया है, जो गिरोह के विस्तार को दर्शाता है।
कानूनी कार्रवाई और अनुसंधान
इस पूरे मामले के संदर्भ में गर्दनीबाग थाने में कांड संख्या-743/25 दर्ज किया गया है। पुलिस ने अभियुक्तों के खिलाफ भारतीय न्याय संहिता (BNS) की विभिन्न गंभीर धाराओं (316(2), 318(4), 336(3), 338, 111(3), 303(2), 317(2), 61(2), 3(5)) के तहत मामला दर्ज किया है। पुलिस अब इन अपराधियों के पुराने आपराधिक इतिहास को खंगाल रही है ताकि उनके नेटवर्क की पूरी कड़ियों को जोड़ा जा सके।
आम जनता के लिए चेतावनी
पुलिस की इस कार्रवाई से साइबर अपराधियों में हड़कंप मच गया है। अधिकारियों का कहना है कि यह गिरोह भोले-भाले लोगों के एटीएम कार्ड बदलकर या उनकी तकनीकी जानकारी हासिल कर उनके बैंक खातों को खाली कर देता था। पुलिस ने आम जनता से अपील की है कि वे एटीएम के पास किसी भी अनजान व्यक्ति से मदद न लें और अपनी बैंकिंग जानकारी साझा करने से बचें। फिलहाल, गिरोह के अन्य सहयोगियों की गिरफ्तारी के लिए छापेमारी जारी है।
Report - anil kumar