Bihar Crime: पूर्णिया पुलिस का काला चेहरा बेनकाब! रात में गश्त के बहाने राहगीर से 1.10 लाख लूटे, एसपी ने नाप दिया

Bihar Crime:पूर्णिया से एक ऐसा घिनौना मामला सामने आया है, जिसने पुलिस की वर्दी को शर्मसार कर दिया। खजांची हाट थाना की गश्ती पुलिस, जो कानून का पालन कराने की जिम्मेदारी निभाती है

Purnia Police
पुलिस का काला चेहरा बेनकाब! - फोटो : social media

Purniya: बिहार के पूर्णिया से एक ऐसा घिनौना मामला सामने आया है, जिसने पुलिस की वर्दी को शर्मसार कर दिया। खजांची हाट थाना की गश्ती पुलिस, जो कानून का पालन कराने की जिम्मेदारी निभाती है, वही रात के अंधेरे में लुटेरी बन गई। चुन्नी उरांव चौक पर वाहन चेकिंग के नाम पर पुलिसकर्मियों ने एक युवक से धमकी देकर 1 लाख 10 हजार रुपये जबरन छीन लिए। इस सनसनीखेज घटना ने पूरे पुलिस महकमे को कटघरे में खड़ा कर दिया है। 

पीड़ित की शिकायत पर खुला घोटाला

पीड़ित अभिनंदन यादव ने खजांची हाट थाना में शिकायत दर्ज कराई, जिसमें उन्होंने बताया कि गश्ती पुलिस ने चुन्नी उरांव चौक के पास वाहन चेकिंग के दौरान पहले उन्हें धमकाया और फिर जबरदस्ती उनकी जेब से 1 लाख 10 हजार रुपये छीन लिए। इस शिकायत ने पूर्णिया पुलिस को तुरंत हरकत में ला दिया। 

एसपी कार्तिकेय शर्मा की सख्त कार्रवाई

मामले की गंभीरता को देखते हुए पुलिस अधीक्षक (एसपी) कार्तिकEY शर्मा ने त्वरित जांच के आदेश दिए। जांच में शिकायत सही पाई गई, जिसके बाद एसपी ने कड़ा रुख अपनाते हुए दोषी पुलिसकर्मियों के खिलाफ ताबड़तोड़ कार्रवाई की। खजanchi हाट थाना के सब-इंस्पेक्टर अरुण कुमार झा, कांस्टेबल योगेंद्र पासवान, कांस्टेबल अनुज कुमार और वाहन चालक अमन कुमार उर्फ गोलू को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया। एसपी ने बताया कि छीनी गई पूरी राशि वाहन चालक अमन कुमार से बरामद कर ली गई है। 

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कौन हैं ये रक्षक से भक्षक बने पुलिसकर्मी?  

सब-इंस्पेक्टर अरुण कुमार झा: दरभंगा जिले के रामपुर गांव के निवासी।  कांस्टेबल योगेंद्र पासवान: अरवल जिले के नादी गांव का रहने वाला।  कांस्टेबल अनुज कुमार: सिरदला मझौली पंचायत का निवासी।  वाहन चालक अमन कुमार उर्फ गोलू: छीनी गई राशि इसी के पास से बरामद हुई।

पुलिस की वर्दी पर दाग, जनता में आक्रोश

यह घटना न केवल पुलिस विभाग की कार्यप्रणाली पर सवाल उठाती है, बल्कि आम जनता के बीच विश्वास को भी ठेस पहुंचाती है। सोशल मीडिया पर लोगों का गुस्सा फूट पड़ा है, जहां इसे "रक्षक से भक्षक" बनने की संज्ञा दी जा रही है। एक यूजर ने लिखा, "जब पुलिस ही लूटेगी, तो जनता किससे उम्मीद करे?" 

एसपी का बयान: दोषियों को बख्शा नहीं जाएगा

एसपी कार्तिकेय शर्मा ने कहा, "पुलिस विभाग में ऐसी हरकतें बर्दाश्त नहीं की जाएंगी। दोषी पुलिसकर्मियों को सजा दी गई है और भविष्य में भी ऐसी घटनाओं पर सख्त कार्रवाई होगी।" उन्होंने यह भी आश्वासन दिया कि पीड़ित को न्याय मिलेगा और बरामद राशि उन्हें वापस की जाएगी। 

घटना के अनुसार, खजांची हाट थाना की गश्ती पुलिस ने रात में चुन्नी उरांव चौक पर वाहन चेकिंग के बहाने अभिनंदन यादव को रोका। पहले तो उसे डराया-धमकाया गया, फिर उसकी तलाशी लेकर 1 लाख 10 हजार रुपये छीन लिए गए। पीड़ित की हिम्मत और शिकायत ने इस लूट के खेल को उजागर किया, जिसके बाद पुलिस विभाग को अपने ही लोगों के खिलाफ कार्रवाई करनी पड़ी।