Bihar Crime: सड़क हादसे के पीछे छुपा कत्ल का राज, सहरसा में पति-पत्नी की मौत निकली हत्या की साजिश!
Bihar News:कुछ दिनों पहले हुई एक सड़क दुर्घटना जिसने पति-पत्नी की जान ले ली थी, अब एक सनसनीखेज हत्या और शव को ठिकाने लगाने के मामले में बदल गई है।....

Bihar News:सहरसा जिले के सौरबाजार थाना क्षेत्र में कुछ दिनों पहले हुई एक सड़क दुर्घटना जिसने पति-पत्नी की जान ले ली थी, अब एक सनसनीखेज हत्या और शव को ठिकाने लगाने के मामले में बदल गई है। इस घटना ने पूरे इलाके को स्तब्ध कर दिया है, क्योंकि पति-पत्नी की सुबह की सैर एक भयानक त्रासदी में बदल गई, और जो पति लापता था, उसकी क्रूर हत्या का राज अब उजागर हो गया है।
दर्दनाक हादसा और पति का रहस्यमय लापता होना
सौरबाजार में एक तेज रफ्तार कार ने सुबह की सैर पर निकले एक पति-पत्नी को टक्कर मार दी। इस भीषण टक्कर में पत्नी की घटनास्थल पर ही मौत हो गई, लेकिन पति, भारत राम (पिता: जामुन राम), रहस्यमय तरीके से लापता हो गया था। इस घटना के बाद कई सवाल उठ रहे थे कि आखिर पति कहां गया।
सनसनीखेज खुलासा: 20 किमी तक घसीटा गया शव, फिर 40 किमी दूर फेंका गया
इस मामले की परतें तब खुलीं जब एसडीपीओ सहरसा आलोक कुमार ने गहन जांच के बाद इसका पर्दाफाश किया। पुलिस जांच में जो सामने आया वह रोंगटे खड़े कर देने वाला था। दुर्घटना के बाद, आरोपी कार चालक ने भारत राम के शव को लगभग 20 किलोमीटर तक घसीटा और उसे शिवपुरी मोहल्ला तक ले आया।
वहां सुनील कुमार नामक एक व्यक्ति की मदद से, शव को एक बोरी में बंद किया गया और फिर उसे 40 किलोमीटर दूर कनड़िया थाना क्षेत्र के बहियार में फेंक दिया गया। यह खुलासा केवल एक दुर्घटना नहीं, बल्कि एक सुनियोजित तरीके से शव को छिपाने और अपराध को ढंकने के प्रयास को दर्शाता है।
"इतिहास में दर्ज होने लायक" घटना
एसडीपीओ आलोक कुमार ने इस घटना को "इतिहास में दर्ज होने लायक" बताते हुए इसकी भयावहता पर जोर दिया है। उन्होंने पुष्टि की है कि आरोपी सुनील कुमार को गिरफ्तार कर लिया गया है और शव को पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया गया है। पुलिस अब इस पूरे षड्यंत्र के पीछे के अन्य लोगों और कारणों का पता लगाने में जुटी है।
यह घटना दर्शाती है कि कैसे एक साधारण सी दिखने वाली दुर्घटना के पीछे एक गहरा और भयानक अपराध छिपा हो सकता है। पुलिस की त्वरित कार्रवाई और गहन जांच ने इस मामले का पर्दाफाश कर न्याय की उम्मीद जगाई है।
रिपोर्ट- दिवाकर कुमार दिनकर