Srijan scam: सृजन घोटाले का मास्टरमाइंड अफसर बेनक़ाब, सरकार ने जब्त किया पेंशन का पैसा, दागदार अफसरों में हड़कंप
Srijan scam: बिहार के 2017 के चर्चित सृजन महाघोटाले में पहली बार सरकार ने ऐसा वार किया है, जिसने अफसरशाही में सनसनी भर दी है।
Srijan scam: बिहार के 2017 के चर्चित सृजन महाघोटाले में पहली बार सरकार ने ऐसा वार किया है, जिसने अफसरशाही में सनसनी भर दी है। सामान्य प्रशासन विभाग ने बड़ा कदम उठाते हुए तत्कालीन BDO चंद्रशेखर झा की पूरी पेंशन जब्त कर ली है। अब वह न पेंशन पा सकेंगे, न सेवानिवृत्त सरकारी अधिकारी का कोई लाभ,अपराध की दास्तान ने उनका पूरा भविष्य निगल लिया।
चंद्रशेखर झा, जो उस समय भागलपुर जिले के पीरपैंती के BDO थे, पर आरोप है कि उन्होंने सरकारी खजाने को लूटने के लिए 4 करोड़ 52 लाख 88 हजार 246 रुपये की भारी-भरकम रकम को अलग-अलग खातों से अवैध तरीके से निकालकर सृजन महिला विकास सहयोग समिति लिमिटेड, सबौर के खाते में साजिशपूर्ण तरीके से ट्रांसफर कर दिया। CBI ने 2018 में इस मामले में केस दर्ज किया था और बीते साल 4 अक्टूबर 2024 को अभियोजन की स्वीकृति मिलने के बाद पूरे मामले की रफ़्तार और तेज हो गई।
सरकार ने CBI की चार्जशीट को आधार मानते हुए स्पष्ट किया कि चंद्रशेखर झा ने सरकारी सेवक की आड़ में, सिस्टम को तोड़-मरोड़ कर, बैंक चेकों के जरिए करोड़ों की रकम को ऐसे घुमाया जैसे सरकारी खजाना उनकी जागीर हो। आरोप तो यहाँ तक है कि उन्होंने इस चोरी की कमाई से अपनी पत्नी बबीता झा के नाम पर गाज़ियाबाद के वसुंधरा में फ्लैट बुक कराया, और उसके भुगतान का धागा सीधा सृजन की रकम से जुड़ा मिला जबकि सृजन को बैंकिंग की अनुमति तक नहीं थी।
सामान्य प्रशासन विभाग ने इस कार्रवाई की कॉपी CBI, डीएम और धनबाद स्थित चंद्रशेखर झा के वर्तमान पते पर भेज दी है मानो सरकार ने साफ संदेश दे दिया हो कि इस बार अपराध का कोई पर्दा नहीं बचेगा।
CBI की जांच में चंद्रशेखर झा की भूमिका उजागर होने के बाद इसी साल 12 जुलाई को जिलाधिकारी ने चार्जशीट भेजी थी। विभाग ने उनसे सफाई भी मांगी, पर जवाब वजनदार था नहीं और उनके ख़िलाफ़ कठोर कार्रवाई की तलवार चल गई।सृजन घोटाले की काली दास्तान में आज एक और पन्ना पलटा और भ्रष्टाचार की दुनिया में यह संदेश उतर गया कि अब राज साज़िश और रफ़्तार के खेल में पकड़े जाने पर बच निकलने का रास्ता बेहद कम है।