50 जवानों ने किया शहीद की बेटी का कन्यादान, ग्रेटर नोएडा में भावुक कर देने वाला दृश्य
शहीद सुरेश सिंह भाटी की बेटी की शादी में 50 सेना के जवानों ने पहुंचकर कन्यादान किया. जवानों को एक साथ पंडाल में देखकर हर किसी की आंखें नम हो गईं. 2006 में बारामूला में सुरेश भाटी आतंकी हमले में शहीद हो गए थे.
ग्रेटर नोएडा के डाबरा गांव में मंगलवार शाम एक अद्वितीय और भावुक कर देने वाला दृश्य देखने को मिला। गांव के शहीद सुरेश सिंह भाटी की बेटी की शादी में, सेना के 50 जवानों ने पहुंचकर न केवल शिरकत की, बल्कि एक पिता की अनुपस्थिति को पूरा करते हुए सामूहिक रूप से कन्यादान भी किया। 2006 में कश्मीर के बारामूला में आतंकी हमले में शहीद हुए सुरेश भाटी की बेटी की शादी में जब जवानों से भरी बस गांव में रुकी और वे पंडाल में पहुंचे, तो वहां मौजूद हर व्यक्ति की आंखें नम हो गईं।
पिता की जगह खड़े हुए 50 वीर सपूत
शहीद सुरेश सिंह भाटी की बेटी का कन्यादान करने का यह नजारा वाकई में हृदयस्पर्शी था। जवानों ने यह संदेश दिया कि शहीद कभी अकेले नहीं होते, उनका परिवार पूरे देश का परिवार होता है। लड़की के परिजनों ने कहा कि यह अवसर सभी के लिए यादगार बन गया, क्योंकि एक शहीद पिता की कमी को पूरा करने के लिए देश के 50 वीर सपूत एक साथ खड़े हुए। इन जवानों में से कई खास तौर पर पंजाब से शादी में शामिल होने के लिए पहुंचे थे।
बहादुरी के किस्से और प्रेरणा
कन्यादान के इस मार्मिक पल को देखकर बारात में आए हर शख्स की आंखें नम थीं। सेना के जवानों ने इस दौरान शहीद सुरेश भाटी के बहादुरी के किस्से सुनाए। उन्होंने शहीद के बेटे हर्ष भाटी (जो खुद सेना में है) को भी अपने पिता के नक्शेकदम पर चलते रहने के लिए प्रेरित किया। इस दृश्य ने न केवल परिवार को ढाढ़स दिया, बल्कि गांववालों और बारात में आए मेहमानों को भी गर्व से भर दिया।
विदाई पर दिया सुरक्षा का भरोसा
विदाई के समय भी माहौल उतना ही मार्मिक रहा। जवानों ने बेटी को आशीर्वाद दिया और परिवार को यह भरोसा दिलाया कि भारतीय सेना हमेशा शहीदों के परिवारों के साथ खड़ी है। यह अनोखी शादी न केवल डाबरा गांव, बल्कि आसपास के सभी इलाकों में चर्चा का विषय बनी हुई है, जो देश सेवा और मानवीय रिश्तों की एक मिसाल पेश करती है।