'न विचारधारा बची, न कार्यकर्ता': विधायक रामेश्वर महतो का बड़ा धमाका, सब बता दिया, क्या डूब जाएगी उपेंद्र कुशवाहा की नैया?

उपेंद्र कुशवाहा की पार्टी आरएलएम (RLM) में आंतरिक कलह खुलकर सामने आ गई है। सीतामढ़ी के बाजपट्टी से विधायक रामेश्वर महतो ने पार्टी नेतृत्व के हालिया फैसलों पर गंभीर नाराजगी व्यक्त की है और इसे पार्टी के लिए 'आत्मघाती' बताया है।

'न विचारधारा बची, न कार्यकर्ता': विधायक रामेश्वर महतो का बड़

New Delhi - उपेंद्र कुशवाहा की पार्टी RLM में सब कुछ ठीक नहीं चल रहा है। पार्टी के कद्दावर विधायक रामेश्वर महतो ने नेतृत्व के हालिया फैसलों पर सवाल उठाते हुए इसे पार्टी के अस्तित्व के लिए खतरा बताया है। उन्होंने साफ़ किया कि अगर सुधार नहीं हुआ, तो भविष्य में बड़ी मुश्किलें खड़ी हो सकती हैं। 

पार्टी नेतृत्व के खिलाफ बगावती सुर

सीतामढ़ी के बाजपट्टी से विधायक रामेश्वर महतो ने उपेंद्र कुशवाहा के हालिया फैसलों को 'आत्मघाती' करार दिया है। उन्होंने कहा कि पिछले 40 वर्षों से कुशवाहा ने जिस विचारधारा (लोहिया, जेपी और कर्पूरी ठाकुर) की राजनीति की थी, वर्तमान फैसले उसके बिल्कुल विपरीत हैं। महतो के अनुसार, पार्टी के भीतर नेतृत्व की 'कथनी और करनी' में बड़ा अंतर आ गया है, जिससे कार्यकर्ता खुद को ठगा हुआ महसूस कर रहे हैं। 

पार्टी में टूट की खबरों पर स्पष्टीकरण

पार्टी में टूट और विधायकों के दूसरी पार्टी में जाने की खबरों पर रामेश्वर महतो ने फिलहाल विराम लगाने की कोशिश की है। उन्होंने कहा कि किसी विधायक के भागने या पार्टी छोड़ने की खबर 'गलत न्यूज़' है, लेकिन उन्होंने यह भी जोड़ा कि विधायकों और कार्यकर्ताओं में भारी नाराजगी है। उन्होंने नेतृत्व को चेतावनी दी कि यदि समय रहते मंथन और सुधार नहीं किया गया, तो कार्यकर्ताओं का मोहभंग होना तय है। 

नितिन नवीन से मुलाकात और आगामी रणनीति

बीजेपी नेता नितिन नवीन से अपनी मुलाकात पर सफाई देते हुए महतो ने कहा कि यह एक औपचारिक और व्यक्तिगत भेंट थी, क्योंकि वे पुराने साथी रहे हैं। हालांकि, जब उनसे नई पार्टी बनाने या किसी अन्य दल में शामिल होने की संभावना पूछी गई, तो उन्होंने इसे भविष्य के गर्भ में बताया। उन्होंने स्पष्ट किया कि वे अभी भी पार्टी में हैं, लेकिन उनकी नाराजगी पूरी तरह खत्म नहीं हुई है।

रिपोर्ट - धीरज कुमार