'महर्षि विश्वामित्र' के नाम पर हो बक्सर स्टेशन का नाम, राज्यसभा में उठी मांग

'महर्षि विश्वामित्र' के नाम पर हो बक्सर स्टेशन का नाम, राज्य

New Delhi - संसद के शीतकालीन सत्र के दौरान राज्यसभा में बिहार के बक्सर रेलवे स्टेशन का नाम बदलने की मांग प्रमुखता से उठाई गई। प्रश्नकाल के दौरान बिहार से भाजपा सांसद डॉ. भीम सिंह ने सरकार के सामने प्रस्ताव रखा कि बक्सर स्टेशन का नाम बदलकर 'महर्षि विश्वामित्र' के नाम पर किया जाना चाहिए।

सांसद डॉ. भीम सिंह ने सदन में बक्सर की ऐतिहासिक और पौराणिक महत्ता का विस्तार से जिक्र किया। उन्होंने तर्क दिया कि यह वही भूमि है जहाँ से महर्षि विश्वामित्र ने भगवान श्रीराम को साथ लेकर राक्षसों के खिलाफ अभियान की शुरुआत की थी और यहीं पर ताड़का का वध हुआ था। उन्होंने रेल मंत्री से सवाल किया कि बक्सर के इस गौरवशाली इतिहास को देखते हुए, क्या स्टेशन का नाम बदलना उचित कदम नहीं होगा?

इस मांग के जवाब में रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने बक्सर के पौराणिक महत्व को पूर्ण रूप से स्वीकार किया। उन्होंने कहा कि 'भारत गौरव ट्रेन' के तहत जब रामायण सर्किट की शुरुआत हुई थी, तो बक्सर जाने वाले यात्रियों का अनुभव अविस्मरणीय रहा था। रेल मंत्री ने आश्वासन दिया कि बक्सर स्टेशन का नवनिर्माण (Redevelopment) उसी पौराणिक 'थीम' पर किया जा रहा है, जिसका जिक्र सांसद ने किया है, ताकि स्टेशन का स्वरूप वहां के इतिहास को प्रतिबिंबित कर सके।

अंत में, रेल मंत्री ने रेलवे के विकास कार्यों का भी उल्लेख किया। उन्होंने बताया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में रेलवे के बजट में ऐतिहासिक वृद्धि की गई है। उन्होंने आंकड़े देते हुए कहा कि जहां 2014 से पहले उत्तर प्रदेश जैसे राज्यों को कम बजट मिलता था, वहीं अब यह कई गुना बढ़ गया है, जिसका सीधा लाभ बिहार और यूपी में चल रहे रेलवे प्रोजेक्ट्स को मिल रहा है।