Political News: जॉर्ज सोरोस का नाम एक बार फिर सुर्खियों में है। विपक्षी दल केंद्र सरकार पर निशाना साध रहे हैं, जबकि भाजपा कांग्रेस पर जॉर्ज सोरोस के साथ संबंध होने का आरोप लगा रही है। इसी बीच, कांग्रेस सांसद शशि थरूर के 15 साल पुराने ट्वीट के वायरल होने के बाद यह विवाद और गहरा गया है। शशि थरूर ने 2009 में जॉर्ज सोरोस को अपना पुराना दोस्त बताया था।
इस ट्वीट के वायरल होने के बाद भाजपा ने कांग्रेस पर हमला बोला और जॉर्ज सोरोस के साथ उनके 'गहरे संबंध' होने का आरोप लगाया। थरूर ने सफाई देते हुए कहा कि उनका सोरोस के साथ केवल एक सामाजिक रिश्ता था और उन्होंने कभी भी सोरोस से कोई आर्थिक मदद नहीं ली।उन्होंने यह भी कहा कि यह पूरा विवाद एक बेतुके आरोप पर आधारित है और ट्रोल फैक्ट्री द्वारा राजनीतिक मुद्दा बनाया जा रहा है।
शशि थरूर ने एक्स पर पोस्ट करते हुए कहा, ‘यह स्पष्ट है कि भाजपा को न तो लोकतंत्र की समझ है और न ही कूटनीति की। वे ओछी राजनीति में इतने अंधे हो गए हैं कि वे लोकतंत्र में स्वतंत्र मीडिया और जीवंत स्वतंत्र नागरिक संस्थाओं के मूल्य को भूल गए हैं, और वे प्रमुख देशों के साथ अच्छे संबंध बनाए रखने में सत्तारूढ़ पार्टी की जिम्मेदारियों से अनजान हैं।’ उन्होंने कहा कि यह आक्रामक व्यवहार भारत के लिए शर्मिंदगी की बात है।
इसके बाद केंद्रीय मंत्री किरेन रिजिजू ने थरूर के बयान पर पलटवार करते हुए कहा, ऐसा व्यवहार करने की कोई जरूरत नहीं है, जैसे कि आप जॉर्ज सोरोस के पेरोल पर हों। लोकतंत्र और कूटनीति देश के हित के लिए हैं, न कि विदेशी तत्वों के साथ मिलकर अपने देश को नुकसान पहुंचाने के लिए।
बहरहाल विवाद विपक्ष और सत्तारूढ़ दल के बीच विश्वास की खाई को और गहरा कर रही है। जॉर्ज सोरोस विवाद के बाद पक्ष विपक्ष आमने सामने है। इसका क्या हल निकलता है यह देखना अभी बाकी है।