चिराग पासवान को तगड़ा झटका: LJP में बड़ी टूट, संस्थापक सदस्य ए.के. बाजपेयी समेत दर्जनों दिग्गजों ने थामा उपेंद्र कुशवाहा का दामन
चिराग पासवान की पार्टी में बड़ी बगावत! स्व. रामविलास पासवान के करीबी और संस्थापक सदस्य ए.के. बाजपेयी ने उपेंद्र कुशवाहा की पार्टी 'राष्ट्रीय लोक मोर्चा' का दामन थाम लिया। लोजपा की पूरी जम्मू-कश्मीर इकाई और जनसुराज के नेताओं ने भी बदली वफादारी। पढ़ें
New Delhi - बिहार की राजनीति की आंच अब दिल्ली तक पहुंच गई है। राष्ट्रीय लोक मोर्चा (RLM) के राष्ट्रीय अध्यक्ष उपेंद्र कुशवाहा ने चिराग पासवान की लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास) में बड़ी सेंधमारी की है। दिल्ली में आयोजित एक मिलन समारोह में लोजपा के संस्थापक सदस्यों में से एक और स्वर्गीय रामविलास पासवान के बेहद करीबी रहे ए.के. बाजपेयी ने अपने सैकड़ों समर्थकों के साथ उपेंद्र कुशवाहा का नेतृत्व स्वीकार कर लिया है।
इस 'बगावत' को चिराग पासवान के लिए एक बड़े राजनीतिक झटके के रूप में देखा जा रहा है, क्योंकि ए.के. बाजपेयी न केवल वरिष्ठ अधिवक्ता हैं, बल्कि 1985 से पासवान परिवार के विश्वस्त सहयोगी रहे हैं।
रामविलास पासवान के पुराने साथी का मोहभंग उपेंद्र कुशवाहा की उपस्थिति में हुए इस कार्यक्रम में ए.के. बाजपेयी ने राष्ट्रीय लोक मोर्चा की सदस्यता ग्रहण की। वे लोजपा के राष्ट्रीय वरिष्ठ अध्यक्ष और मुख्य प्रवक्ता की जिम्मेदारी संभाल रहे थे। उनके जाने से पार्टी के पुराने कैडर में खलबली मच गई है। बाजपेयी के साथ-साथ लोजपा की संपूर्ण जम्मू-कश्मीर इकाई और लगभग 50 वरिष्ठ नेताओं ने भी चिराग का साथ छोड़ दिया है, जो संगठन के लिए बड़ी क्षति मानी जा रही है।
भाजपा, कांग्रेस और जनसुराज के नेताओं ने भी बदली पाला सिर्फ लोजपा ही नहीं, बल्कि भाजपा, कांग्रेस और प्रशांत किशोर के जनसुराज अभियान से जुड़े नेताओं ने भी उपेंद्र कुशवाहा पर भरोसा जताया है। सदस्यता लेने वालों में प्रमुख नाम शामिल हैं:
नवीन सिंह: पूर्व भाजपा प्रवक्ता और जनसुराज नेता।
बी. कौशिक: वरिष्ठ कांग्रेस नेता (हरियाणा)।
सुश्री शबनम खान: मानवाधिकार कार्यकर्ता एवं पूर्व प्रवक्ता, राष्ट्रीय लोकदल (RLD)।
पृथ्वी राज यादव: राष्ट्रीय महासचिव (UP)।
विनोद नागर: पूर्व प्रदेश अध्यक्ष एवं संस्थापक सदस्य।
वकीलों और किसान नेताओं का भी मिला साथ समारोह में विभिन्न प्रकोष्ठों के नेताओं ने भी आरएलएम (RLM) की सदस्यता ली। इनमें एस. के. मिश्रा (राष्ट्रीय उपाध्यक्ष, किसान प्रकोष्ठ), हर प्रकाश (पूर्व दिल्ली प्रदेश अध्यक्ष), श्रीमती सुनैना वाल्मीकि (पूर्व अध्यक्ष, महिला प्रकोष्ठ), तनिष्क चंदेला (अधिवक्ता) और नितिन बाजपेयी (राष्ट्रीय उपाध्यक्ष, ऑल इंडिया लीगल सेल) प्रमुख हैं।
उपेंद्र कुशवाहा ने सभी नए सदस्यों का स्वागत करते हुए कहा कि राष्ट्रीय लोक मोर्चा अब एक मजबूत विकल्प बनकर उभर रहा है और नेताओं का यह जुड़ाव पार्टी की बढ़ती स्वीकार्यता का प्रमाण है।
Report - dhiraj singh