Bihar News: पटना यूनिवर्सिटी ने छात्र-छात्राओं को दी बड़ी राहत, अब 25 जून तक कर सकेंगे ये काम, इनको मिला आखिरी मौका

Bihar News: पटना यूनिवर्सिटी ने छात्र-छात्राओं को बड़ी राहत दी है। छात्रओं को अब 25 जून तक का समय दिया गया है जो कि उनके लिए आखिरी मौका होगा।

 Patna University
Patna University big Relief - फोटो : social media

Bihar News:  पटना यूनिवर्सिटी ने छात्रओं को बड़ी राहत दी है। छात्रों को अब कॉलेज बदलने के लिए अधिक समय दिया जा रहा है। दरअसल, पटना यूनिवर्सिटी में चार वर्षीय स्नातक कोर्स (सत्र 2025-29) में नामांकन को लेकर दूसरी मेरिट लिस्ट जारी होने के बाद छात्रों को कॉलेज बदलने की स्लाइड अप प्रक्रिया में आई दिक्कतों के चलते विश्वविद्यालय प्रशासन ने 25 जून शाम 4 बजे तक का अतिरिक्त समय देने का निर्णय लिया है।

छात्रों को मिली बड़ी राहत 

यूनिवर्सिटी प्रशासन ने शनिवार को जारी आधिकारिक बयान में कहा कि पहली मेरिट लिस्ट में नामांकन लेने वाले कई छात्र स्लाइड अप की प्रक्रिया ठीक से नहीं समझ पाए। जिस कारण वे उच्च विकल्प वाले कॉलेज में स्थानांतरित नहीं हो सके। अब उन्हें भी दूसरी मेरिट लिस्ट के छात्रों के साथ एक बार फिर स्लाइड अप का मौका दिया गया है।

वेबसाइट की तकनीकी समस्या बनी परेशानी की वजह

शुक्रवार को करीब 100 से अधिक छात्र-छात्राएं मेरिट लिस्ट और स्लाइड अप की गड़बड़ियों को लेकर डीन ऑफिस पहुंचे थे। छात्रों ने आरोप लगाया कि स्लाइड अप के बावजूद उन्हें पहले की तरह ही कॉलेज अलॉट किया गया। उन्होंने कहा कि पोर्टल पर तकनीकी दिक्कतें थीं। जिससे प्रोसेस पूरी नहीं हो पाई। छात्रों का कहना है कि पहले स्लाइड अप कर लेने के बाद भी पोर्टल पर दोबारा स्लाइड अप का विकल्प दिख रहा था, जिससे भ्रम की स्थिति बन गई।

पहली मेरिट लिस्ट में 2049 छात्रों का हुआ था नामांकन

पटना यूनिवर्सिटी की पहली मेरिट लिस्ट के आधार पर 2049 छात्रों ने विभिन्न कॉलेजों में नामांकन लिया था। इसमें सबसे अधिक 495 नामांकन मगध महिला कॉलेज में हुए। इसके अलावा BN कॉलेज में 467, पटना कॉलेज में 457, पटना साइंस कॉलेज में 371, और कॉमर्स कॉलेज में 259 छात्रों ने दाखिला लिया।

विश्वविद्यालय ने की छात्रों से अपील

पटना यूनिवर्सिटी प्रशासन ने छात्रों से अपील की है कि वे समय रहते ई-पोर्टल पर जाकर स्लाइड अप प्रक्रिया को पूरा करें। ताकि उन्हें पसंदीदा कॉलेज में नामांकन का मौका मिल सके। विश्वविद्यालय ने स्पष्ट किया है कि निर्धारित समयसीमा के बाद कोई भी अनुरोध स्वीकार नहीं किया जाएगा।