Bihar Teacher News: 168 प्रधानाध्यापकों पर गिरी गाज, वेतन में 10% कटौती का इस कारण दिया आदेश, इनसे भी होगी पूछ-ताछ,मास्टर साहेब हो जाएं सतर्क

Bihar Teacher News: शिक्षा विभाग ने तत्काल प्रभाव से संपूर्ण 168 प्रधानाध्यापकों का वेतन और मानदेय 10 प्रतिशत सितंबर 2025 से रोकने का आदेश जारी किया। इस कदम से प्रधानाध्यापकों की बैचैनी बढ़ गई है।

Action on 168 headmasters
168 प्रधानाध्यापकों कों पर गिरी गाज- फोटो : social Media

Bihar Teacher News:16 प्रखंडों में 168 लापरवाह प्रधानाध्यापकों पर शिक्षा विभाग ने शिकंजा कस दिया है। शिक्षा विभाग में गंभीर स्थिति सामने आई है। मुजफ्फरपुर के16 प्रखंडों के हजारों छात्रों का डेटा अभी तक अपडेट नहीं हुआ है, जिससे वे विभिन्न सरकारी योजनाओं का लाभ लेने से वंचित रह सकते हैं। मामले की गंभीरता को देखते हुए डीपीओ योजना एवं लेखा ने तुरंत कार्रवाई की।

16 प्रखंडों में 168 लापरवाह प्रधानाध्यापकों को चिन्हित किया गया है। डीबीटी (डायरेक्ट बेनिफिट ट्रांसफर) से जुड़े कार्यों को समय पर न करने और विभागीय निर्देशों का पालन न करने के आरोप में इन प्रधानाध्यापकों से स्पष्टीकरण मांगा गया है। डीपीओ ने पत्र में साफ कहा कि डीबीटी से संबंधित कार्यों को न करना और विभागीय कार्यों में रुचि न दिखाना अनुशासनहीनता है।इसके बाद डीपीओ ने तत्काल प्रभाव से संपूर्ण 168 प्रधानाध्यापकों का वेतन और मानदेय 10 प्रतिशत सितंबर 2025 से रोकने का आदेश जारी किया। इस कदम से प्रधानाध्यापकों की बैचैनी बढ़ गई है।

डीबीटी योजना का उद्देश्य सरकारी योजनाओं के सब्सिडी और लाभ सीधे विद्यार्थियों के बैंक खाते में पहुंचाना है। यह योजना पारदर्शिता सुनिश्चित करती है, धोखाधड़ी रोकती है और लाभ समय पर वितरित करने में मदद करती है। डीबीटी के तहत आधार और बैंक खातों को जोड़कर धन सीधे छात्रों तक पहुंचाया जाता है।

दूसरी ओर, पताही प्रखंड में शिक्षा विभाग ने स्कूलों को डिजिटल संसाधनों से जोड़ने के लिए महत्वपूर्ण कदम उठाए। सोमवार को प्रखंड मुख्यालय स्थित बीआरसी भवन में आयोजित कार्यक्रम में प्रभारी प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी गुफरान आलम ने सभी सरकारी स्कूलों के प्रधानाध्यापकों एवं प्रधान शिक्षकों को टैबलेट वितरित किए।

प्राथमिक विद्यालयों को दो-दो और उच्चतर माध्यमिक विद्यालयों को तीन-तीन टैबलेट दिए गए। बीईओ ने बताया कि टैबलेट मिलने से शैक्षिक गतिविधियों की निगरानी और शिक्षण व्यवस्था में पारदर्शिता बढ़ेगी। सभी प्रधानाध्यापकों को टैबलेट में सिम लगाकर इंटरनेट कनेक्टिविटी सुनिश्चित करने का निर्देश भी दिया गया।

टैबलेट के माध्यम से बच्चों की उपस्थिति, शैक्षिक प्रगति और स्कूल की दैनिक गतिविधियों ऑनलाइन मॉनिटर की जा सकेगी। इसके साथ ही, शिक्षकों को टैबलेट के सही और प्रभावी उपयोग के लिए प्रशिक्षण भी दिया जाएगा।

इस प्रकार विभाग ने डेटा अपडेट और डिजिटल शिक्षा दोनों में कार्रवाई शुरू कर दी है, जिससे शिक्षा क्षेत्र में सुधार और पारदर्शिता दोनों सुनिश्चित की जा सके।

रिपोर्ट- मणिभूषण शर्मा