Bihar Teacher Eligibility New Rule: शिक्षक बनने के लिए नया नियम जारी, अब सिर्फ इस कोर्स से मिल सकेगी टीचर बनने की योग्यता, पहला बैच साल 2027 से, सरकार का बड़ा फ़ैसला
Bihar Teacher Eligibility New Rule: नई शिक्षा नीति लागू होने के बाद नेशनल काउंसिल फॉर टीचर एजुकेशन ने शिक्षक प्रशिक्षण व्यवस्था में ऐतिहासिक तब्दीली की है।...

Bihar Teacher Eligibility New Rule: शिक्षक बनने का ख्वाब देखने वालों के लिए एक बड़ी और ताज़ा ख़बर सामने आई है। नई शिक्षा नीति लागू होने के बाद नेशनल काउंसिल फॉर टीचर एजुकेशन ने शिक्षक प्रशिक्षण व्यवस्था में ऐतिहासिक तब्दीली की है। इसके तहत अब आपको शिक्षक बनने के लिए ITEP (Integrated Teacher Education Programme) नाम का 4 वर्षीय अंडरग्रैजुएट कोर्स करना ज़रूरी होगा। यह कोर्स सीधे 12वीं के बाद किया जा सकेगा और इसका पहला बैच साल 2027 से शुरू होगा।
सरकार का साफ़ कहना है कि B.Ed की डिग्री अब अध्यापक बनने के लिए मान्य नहीं होगी। केवल वही छात्र शिक्षक बन पाएंगे, जिन्होंने यह नया ITEP कोर्स पूरा किया होगा। यानी अब अध्यापक की डिग्री पाना पहले से कहीं ज़्यादा मुश्किल और चुनौतीपूर्ण होने वाला है।
सिर्फ़ इतना ही नहीं, अगर आप प्राइवेट स्कूल में भी टीचर बनना चाहते हैं तो उसके लिए भी आपके पास डिप्लोमा इन एलिमेंट्री एजुकेशन (D.El.Ed) होना ज़रूरी होगा। इसके अलावा टीचर एलिजिबिलिटी टेस्ट (TET) पास करना भी अनिवार्य होगा। बिना इन योग्यताओं के अब किसी भी प्राइवेट संस्थान में नौकरी मिलना नामुमकिन होगा।
यह 4 वर्षीय ITEP कोर्स राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 के विज़न का हिस्सा है। नेशनल कॉमन एंट्रेंस टेस्ट के ज़रिए इसमें एडमिशन होगा, जिसे नेशनल टेस्टिंग एजेंसी (NTA) आयोजित करेगी। 2023-24 से इस कोर्स की शुरुआत पायलट मोड पर की गई है और आने वाले वर्षों में इसे देशभर के विश्वविद्यालयों और कॉलेजों में लागू कर दिया जाएगा।
विशेषज्ञों का कहना है कि यह कदम शिक्षा व्यवस्था को मज़बूत करेगा और शिक्षक पेशे की गंभीरता और गुणवत्ता को बढ़ाएगा। लेकिन छात्रों में हलचल है क्योंकि अब तक B.Ed को अध्यापक बनने का सबसे आसान रास्ता माना जाता था।
सरकार का दावा है कि यह बदलाव शिक्षा की गुणवत्ता सुधारने और टीचिंग प्रोफेशन को और सम्मानित बनाने के लिए किया गया है।