Bihar Election 2025: बाहुबलियों के कब्जे में बिहार विधानसभा चुनाव, 22 बाहुबली एंड फैमिली मैदान में, जानिए किसको कहां से किस पार्टी ने दिया टिकट
Bihar Election 2025: बिहार विधानसभा चुनाव इस बार बाहुबलियों के कब्जे में है। 22 बाहुबली और उनकी फैमिली मैदान में है। आइए जानते हैं किसको कहां से सीट मिला है...और किस पार्टी की टिकट से चुनाव लड़ रहे हैं।

Bihar Vidhansabha Election: बिहार विधानसभा चुनाव की प्रक्रिया जारी है। पहले चरण का नामांकन पूरा हो चुका है। दूसरे चरण के नामांकन का कल आखिरी दिन है। पहले चरण का मतदान 6 नवंबर को तो दूसरे चरण का मतदान 11 नवंबर को होगा। एनडीए ने अपने 243 प्रत्याशियों का ऐलान कर दिया है वहीं महागठबंधन में अब भी टकरार जारी है। महागठबंधन ना ही सीट शेयरिंग पर सहमति हुई है ना ही किसी पार्टी ने अपने उम्मीदवारों की आधिकारिक घोषणा की है। महागठबंधन के सभी दल केवल सिंबल बांटे जा रहे हैं। वहीं एक बार फिर बिहार की राजनीति में बाहुबलियों का दबदबा देखने को मिल रहा है। इस बार के विधानसभा चुनाव में 22 बाहुबली नेता मैदान में हैं। इनमें मौजूदा विधायक, पूर्व विधायक, उनके बेटे, बेटियां और पत्नियां शामिल हैं।
विधानसभा चुनाव में बाहुबलियों का जलवा
जानकारी अनुसार राजद ने सबसे ज्यादा बाहुबलियों पर भरोसा जताया है और राजद की टिकट पर 9 बाहुबली मैदान में हैं। जदयू ने 7 बहुबलियों को टिकट दिया है। तो भाजपा ने 4 तो चिराग पासवान की पार्टी लोजपा(रा) ने 2 बाहुबलियों पर भरोसा जताया है। राजद प्रत्याशियों को देखने तो राजद ने मोकामा से बाहुबली सूरजभान की पत्नी वीणा देवी को मोकामा से टिकट दिया है। वारिसलीगंज से राजद ने कुख्यात अशोक महतो की पत्नी अनिता देवी को सिंबल दिया है। लालगंज से मुन्ना शुक्ला की बेटी शिवानी शुक्ला को राजद टिकट मिला है। बेलागंज से विश्वनाथ यादव, संदेश से दीपूराणावत, बाढ़ से कर्णवीर सिंह उर्फ लल्लू मुखिया, दानापुर से बाहुबली नेता रीतलाल यादव, राघुनाथपुर से शहाबुद्दीन के बेटे ओसामा, बनियापुर से चांदनी देवी को राजद ने टिकट दिया है।
इन बाहुबलियों को सत्ता पक्ष से मिला टिकट
जदयू की बात करें तो जदयू ने मोकामा से बाहुबली नेता अनंत सिंह को मैदान में उतारा है। एकमा से धूमल सिंह पर भरोसा जताया है। कुचायकोट से अमरेंद्र पांडेय, संदेश से राधा चरण साह, नवीनगर से बाहुबली नेता आनंद मोहन के बेटे चेतन आनंद, मांझी से राणधीर सिंह तो वहीम नवादा से विभा देवी को जदयू ने टिकट दिया है। बीजेपी में देखे तो बीजेपी ने वारसलीगंज से अरुणा देवी, बनियापुर से केदारनाथ सिंह, तरारी से विशाल प्रशांत तो वहीं शाहपुर से राकेश ओझा को टिकट दिया है। लोजपा(रा) ने ब्रह्मपुर स हुलास पांडेय और फतुहा से रुपा कुमारी को टिकट दिया है।
अनंत सिंह की वापसी, सूरजभान की पत्नी से सीधा मुकाबला
मोकामा सीट पर बाहुबली अनंत सिंह एक बार फिर चर्चा में हैं। अवैध हथियार मामले में सजा के बाद उनकी विधायकी रद्द हो गई थी, लेकिन हाईकोर्ट से बरी होने के बाद वे अब JDU टिकट पर मैदान में हैं। उनके सामने हैं वीणा देवी जो मोकामा के ही बाहुबली रहे सूरजभान सिंह की पत्नी हैं और RJD उम्मीदवार हैं। करीब 20 साल बाद दोनों गुटों के बीच सीधी टक्कर देखने को मिलेगी।
आनंद मोहन के बेटे चेतन आनंद
बाहुबली नेता आनंद मोहन जेल से बाहर आने के बाद फिर सक्रिय हैं। उनके बेटे चेतन आनंद, जो 2020 में RJD से शिवहर विधायक बने थे, अब JDU में शामिल होकर नवीनगर सीट से मैदान में हैं। आनंद मोहन की पत्नी लवली आनंद भी प्रदेश की राजनीति में मजबूत चेहरा हैं। उन्होंने हाल के लोकसभा चुनाव में शिवहर से चुनाव जीतकर पार्टी को मजबूती दी और अब बेटे के प्रचार की कमान संभाल रही हैं।
एकमा सीट धूमल सिंह
सीवान-सारण बॉर्डर की एकमा सीट से बाहुबली मनोरंजन सिंह उर्फ धूमल सिंह एक बार फिर JDU के टिकट पर उतरे हैं। 2020 में उनकी पत्नी सीता देवी ने चुनाव लड़ा था लेकिन हार गई थीं। धूमल सिंह मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के बेहद करीबी माने जाते हैं। पति धूमल सिंह की अनुपस्थिति में राजनीति में आईं सीता देवी अब फिर चुनावी मैदान में सक्रिय हैं और क्षेत्र में महिला मतदाताओं को साधने में जुटी हैं।
तरारी से विशाल प्रशांत पांडेय (JDU)
भोजपुर की तरारी सीट से बाहुबली नेता सुनील पांडेय के बेटे विशाल प्रशांत पांडेय मैदान में हैं। 2024 के उपचुनाव में उन्होंने जीत दर्ज की थी और अब दोबारा अपनी सीट बचाने की चुनौती उनके सामने है।
ब्रह्मपुर सीट से हुलास पांडेय (LJP-R)
बाहुबली नेता हुलास पांडेय ब्रह्मपुर सीट से LJP(R) के टिकट पर चुनाव लड़ रहे हैं। वे 2020 में भी इसी सीट से दूसरे स्थान पर रहे थे। 2020 में भी हुलास पांडेय ने लोजपा(रा) की सीट से ही चुनाव लड़ा था।
अरुणा बनाम अनीता
नवादा की वारिसलीगंज सीट के बाहुबली अखिलेश सरदार इस बार अपनी पत्नी अरुणा देवी के समर्थन में सक्रिय हैं। सरदार पिछले दो चुनावों में क्षेत्र पर मजबूत पकड़ बनाए हुए हैं। दो बार की विधायक अरुणा देवी फिर से वारिसलीगंज से मैदान में हैं। इस बार उनका सीधा मुकाबला अपने पति के पुराने प्रतिद्वंद्वी अशोक महतो की पत्नी से है। दरअसल, कभी अखिलेश सरदार के जानी दुश्मन रहे बाहुबली अशोक महतो जेल से रिहा हो चुके हैं। अब उनकी पत्नी अनीता देवी को RJD ने टिकट देकर मैदान में उतारा है। पति अशोक महतो की सियासी विरासत संभाल रहीं अनीता देवी इस बार वारिसलीगंज की सबसे मजबूत महिला उम्मीदवारों में शामिल हैं।
बाहुबली विधायक का अजेय श्रृंखला
गोपालगंज के कुचायकोट से बाहुबली विधायक अमरेंद्र पांडेय लगातार पांच बार चुनाव जीत चुके हैं। अब वे छठी बार मैदान में हैं और अपनी ‘अजेय श्रृंखला’ बरकरार रखने की कोशिश में हैं।
ओसामा शहाब (RJD)
दिवंगत बाहुबली शहाबुद्दीन के बेटे ओसामा शहाब RJD के टिकट पर रघुनाथपुर सीट से राजनीति में कदम रख रहे हैं। उनके लिए पार्टी ने अपने पुराने उम्मीदवार हरिशंकर यादव को किनारे किया है।
दीपू राणावत (RJD)
भोजपुर की संदेश सीट से दो बाहुबली आमने सामने हैं और दोनों बालू माफिया। एक ओर राजद ने पूर्व विधायक और बालू माफिया अरुण यादव के बेटे दीपू राणावत को टिकट दिया है तो वहीं जदयू ने बालू माफिया राधा चरण सिंह पर भरोसा जताया है। इस सीट पर पिछले 10 सालों से राजद का कब्जा है ऐसे में जदयू इस सीट को अपने कब्जे में लेने की कोशिश करेगी।
शिवानी शुक्ला (RJD)
बाहुबली मुन्ना शुक्ला की बेटी शिवानी शुक्ला लालगंज से चुनाव लड़ रही हैं। उनके पिता फिलहाल उम्रकैद की सजा काट रहे हैं। लालगंज सीट इस बार तीन पीढ़ियों की सियासी जंग का केंद्र बन गई है।
रीत लाल यादव (RJD)
पटना के बाहुबली और लालू यादव के करीबी रीत लाल यादव जेल में रहते हुए भी दानापुर से RJD प्रत्याशी हैं। 2020 में उन्होंने यहीं से जीत दर्ज की थी। फिलहाल रीतलाल यादव भागलपुर जेल में बंद है। बिल्डर से रंगदारी मामले में रीतलला यादव सजा काट रहे हैं।
विभा देवी (JDU)
नवादा से राजबल्लभ यादव की पत्नी विभा देवी अब पार्टी बदलकर JDU में शामिल हो चुकी हैं। पहले वे RJD की विधायक थीं और अब सत्तारूढ़ दल से दोबारा किस्मत आजमा रही हैं। उन्होंने जदयू ने टिकट दिया है। राजबल्लभ यादल हाल की नाबालिग से रेप मामले में बाइज्जत बरी हुए हैं।
रंधीर सिंह (JDU)
आजीवन कारावास झेल रहे पूर्व सांसद प्रभुनाथ सिंह के बेटे रंधीर सिंह मांझी सीट से JDU उम्मीदवार हैं। वे पिता की राजनीतिक विरासत को संभालने के मिशन पर हैं।
केदारनाथ सिंह (BJP)
प्रभुनाथ सिंह के भाई केदारनाथ सिंह बनियापुर सीट से BJP टिकट पर चुनाव लड़ रहे हैं। उनके सामने हैं चांदनी सिंह, जो दिवंगत अशोक सिंह की पत्नी हैं वही अशोक सिंह जिनकी हत्या के मामले में प्रभुनाथ सिंह आज जेल में हैं। अपने पति अशोक सिंह की राजनीतिक विरासत को संभाल रही चांदनी सिंह इस बार RJD उम्मीदवार के रूप में बनियापुर से मैदान में हैं। उनका मुकाबला सीधे प्रभुनाथ सिंह परिवार से है।
बाहुबली बनाम बाहुबली की जंग
बिहार के इन चुनावों में राजनीति और अपराध का पुराना गठजोड़ फिर सामने आया है। मोकामा, वारिसलीगंज, संदेश, लालगंज और बनियापुर जैसी सीटें एक बार फिर बाहुबली प्रभाव से सराबोर हैं। राजनीतिक दल विकास की बातें कर रहे हैं, मगर हकीकत यह है कि बिहार की सियासत अब भी बाहुबल, परिवार और प्रभाव की तिकड़ी पर टिकी हुई है।