दानापुर में हाई-वोल्टेज टक्कर, भाजपा के रामकृपाल बनाम जेल से लड़ रहे रीतलाल, मतदाता कर रहे हैं किस्मत का फैसला

Bihar Vidhansabha Chunav 2025: बिहार विधानसभा चुनाव 2025 के पहले चरण में गुरुवार को दानापुर सीट पर वोटिंग हो रही है और इस सीट पर पूरे राज्य की नज़रें टिकी हुई हैं। ....

दानापुर में हाई-वोल्टेज टक्कर
दानापुर में हाई-वोल्टेज टक्कर- फोटो : social Media

Bihar Vidhansabha Chunav 2025: बिहार विधानसभा चुनाव 2025 के पहले चरण में गुरुवार को दानापुर सीट पर वोटिंग हो रही है और इस सीट पर पूरे राज्य की नज़रें टिकी हुई हैं। वजह साफ है यहां राजद के वर्तमान विधायक रीतलाल यादव इस समय जेल में हैं और जेल से ही चुनावी मैदान में उतरे हैं, जबकि बीजेपी ने इस सीट पर अपने कद्दावर नेता और केंद्रीय मंत्री रह चुके रामकृपाल यादव को उम्मीदवार बनाया है। राजनीतिक जमीन पर यह मुकाबला बेहद रोचक और काँटेदार माना जा रहा है।

दानापुर की राजनीति हमेशा से हाई-प्रोफाइल रही है और इस बार भी हालात कुछ अलग नहीं। सांसद रह चुके रामकृपाल यादव जीसस मैरी कॉन्वेंट, जमाल रोड पर अपने बूथ पर पहुंचे और वोट डालकर चुनावी संदेश दिया कि मुकाबला सीधा है और जीत के लिए बीजेपी पूरी तरह तैयार। उधर, रीतलाल यादव के समर्थक उनका चुनाव अभियान तब संभाल रहे हैं, जबकि उम्मीदवार खुद जेल में हैं यानी चुनावी जंग मैदान से नहीं, अंदर की दीवारों के पीछे से लड़ी जा रही है।

इस सीट पर लगभग 3,74,000 मतदाता अपने प्रतिनिधि का चुनाव कर रहे हैं। सुरक्षा को लेकर प्रशासन बेहद सतर्क है और मतदान केंद्रों पर अतिरिक्त बल तैनात हैं, क्योंकि पिछली बार भी यहां मतदान से पहले और बाद में तनाव की स्थिति देखी गई थी।दानापुर का चुनाव इतिहास हमेशा से रुचिकर रहा है।

2020 में राजद के रीतलाल यादव ने 15,924 वोटों के अंतर से जीत दर्ज की, उन्हें 89,895 वोट मिले और उनका वोट शेयर लगभग 48.44 फीसदी रहा। बीजेपी की उम्मीदवार आशा देवी को 73,971 मत मिले थे।

वहीं 2015 में आशा देवी ने राजद के उम्मीदवार को हराकर सीट बीजेपी के खाते में डाली थी।

लेकिन इस बार समीकरण बिल्कुल अलग हैं, RJD की तरफ़ से जेल में बंद रीतलाल के लिए सहानुभूति वोट? BJP की तरफ़ से बड़ा चेहरा और पुराना जनाधार, रामकृपाल की पकड़?और तीसरे कोने से जदयू-जेसपी की मौजूदगी?

यही वजह है कि दानापुर अब सिर्फ़ एक विधानसभा क्षेत्र नहीं, बल्कि एक पॉलिटिकल बैटलग्राउंड है, जहाँ सत्ता, साख और रणनीति तीनों दांव पर लगे हैं। चुनाव आयोग के मुताबिक पटना जिले में अभी तक 11.22% मतदान हो चुका है और जैसे-जैसे दिन बढ़ रहा है, वोटर्स की भीड़ बूथों पर बढ़ रही है।अब असली सवाल दानापुर की गद्दी किसे मिलेगी?जनता ख़ामोश है, मत पेटी बोलेगी और 14 नवंबर को नतीजे बताएँगे कि जनता ने  जेल वाली सहानुभूति को चुना या सत्ता की साख को।