Bihar Vidhansabha Chunav 2025: अनंत सिंह की गिरफ्तारी पर बोले डीजीपी विनय कुमार, बता दिया क्यों हुई गिरफ्तारी, मोकामा में सियासी तूफ़ान पर दो टूक
जदयू उम्मीदवार अनंत सिंह की गिरफ्तारी के बाद डीजीपी विनय कुमार ने प्रेस को संबोधित करते हुए कहा कि “बिहार में कानून का राज सर्वोपरि है। किसी भी व्यक्ति को, चाहे वह कितना भी प्रभावशाली क्यों न हो, कानून से ऊपर नहीं माना जाएगा।”
Bihar Vidhansabha Chunav 2025: बिहार की सियासत एक बार फिर उबाल पर है। मोकामा के जदयू उम्मीदवार और बाहुबली पूर्व विधायक अनंत सिंह को दुलारचंद यादव हत्याकांड में देर रात पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया। पटना एसएसपी कार्तिकेय शर्मा खुद विशेष टीम के साथ अनंत सिंह के बेढ़ना स्थित आवास पहुंचे और उन्हें हिरासत में ले लिया। इस कार्रवाई ने पूरे प्रदेश के राजनीतिक गलियारों में सनसनी फैला दी है।
गिरफ्तारी के बाद डीजीपी विनय कुमार ने प्रेस को संबोधित करते हुए कहा कि “बिहार में कानून का राज सर्वोपरि है। किसी भी व्यक्ति को, चाहे वह कितना भी प्रभावशाली क्यों न हो, कानून से ऊपर नहीं माना जाएगा।” उन्होंने बताया कि घटना के तुरंत बाद पुलिस टीम घटनास्थल पर पहुंची, स्थिति का गहराई से मूल्यांकन किया गया, पोस्टमार्टम रिपोर्ट, वीडियो फुटेज और गवाहों के बयान के आधार पर जांच आगे बढ़ाई गई।
सीआईडी और जिला पुलिस की संयुक्त टीम ने साक्ष्यों के आधार पर कार्रवाई करते हुए अनंत सिंह के साथ-साथ उनके दो सहयोगियों मणिकांत ठाकुर और रंजीत राम उर्फ़ दिमागी को भी गिरफ्तार किया है। डीजीपी ने कहा, “यह कार्रवाई प्रारंभिक अनुसंधान और उपलब्ध विजुअल्स पर आधारित है। पुलिस हेडक्वार्टर इस पूरे मामले पर पूरी संवेदनशीलता और गंभीरता के साथ नज़र रखे हुए है।”
घटना के बाद से चुनाव आयोग भी सक्रिय हो गया है। आयोग ने अब तक चार बड़े अधिकारियों पर कार्रवाई की है, जिनमें ग्रामीण एसपी पटना विक्रम सिहाग, दो थाना अध्यक्ष, एक डीएमपी, और बाढ़ के एसडीएम शामिल हैं। डीजीपी विनय कुमार ने बताया कि “राज्य सरकार और चुनाव आयोग दोनों ही इस प्रकरण को अत्यंत गंभीरता से ले रहे हैं। किसी भी स्तर पर लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी।”
पटना रेंज के आईजी, पटना कमिश्नर, और डीआईजी स्तर के अधिकारी मौके पर कैंप कर रहे हैं। वहीं फॉरेंसिक टीम और सीआईडी की विशेष इकाई घटनास्थल से जुटाए गए सबूतों की वैज्ञानिक जांच में जुटी है।
डीजीपी ने कहा कि “प्रारंभिक संकेतों के आधार पर अनंत सिंह की संलिप्तता सामने आई है। विधि सम्मत प्रक्रिया के तहत उन्हें गिरफ्तार किया गया है। आज उन्हें अदालत में पेश किया जाएगा और न्यायालय के आदेश के अनुसार आगे की कार्रवाई की जाएगी।”
मोकामा की यह गिरफ्तारी सिर्फ़ एक आपराधिक मामला नहीं, बल्कि बिहार की सियासी तासीर को झकझोर देने वाला घटनाक्रम बन चुकी है।जहां एक ओर प्रशासन “कानून का राज” स्थापित करने में जुटा है, वहीं सियासी हलकों में यह सवाल गूंज रहा है क्या मोकामा की ये गिरफ़्तारी आने वाले चुनावी समीकरणों को बदल देगी?
रिपोर्ट- कुलदीप भारद्वाज