राजद ने सौंपी खेसारी को छपरा की कमान, लालू यादव के सिंबल पर मैदान में उतरे खेसारी लाल, बोले- ‘मैं जनता का बेटा हूं, खेत-खलिहान का लाल हूं’”

Bihar Vidhansabha Chunav 2025: भोजपुरी सिनेमा के सुपरस्टार खेसारी लाल यादव ने बुधवार देर रात छपरा पहुंचकर अपने राजनीतिक सफर की औपचारिक शुरुआत की। ...

 Bihar Vidhansabha Chunav 2025
'छपरा का बेटा हूं, बाहरी नहीं...'- फोटो : reporter

Bihar Vidhansabha Chunav 2025: सारण जिले की राजनीति में इस बार सिनेमा और सियासत का संगम दिख रहा है। भोजपुरी सिनेमा के सुपरस्टार खेसारी लाल यादव ने बुधवार देर रात छपरा पहुंचकर अपने राजनीतिक सफर की औपचारिक शुरुआत की। राजद प्रत्याशी के रूप में चुनावी मैदान में उतरे खेसारी लाल ने कहा कि अब वह सिर्फ पर्दे के नायक नहीं, बल्कि जनता के सेवक के रूप में छपरा की धरती पर काम करेंगे।

बिहार विधानसभा चुनाव में इस बार सिनेमा और सियासत का संगम एक नई कहानी लिखने जा रहा है। भोजपुरी सुपरस्टार खेसारी लाल यादव अब आधिकारिक रूप से राजनीति के अखाड़े में उतर चुके हैं। राष्ट्रीय जनता दल (राजद) के राष्ट्रीय अध्यक्ष लालू प्रसाद यादव ने खुद खेसारी लाल को पार्टी का सिंबल सौंप दिया है। इसके साथ ही यह तय हो गया है कि खेसारी सारण जिले की छपरा विधानसभा सीट से राजद के उम्मीदवार होंगे।

खेसारी लाल यादव ने इस ऐतिहासिक पल की तस्वीर सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ‘एक्स’ (पूर्व ट्विटर) पर साझा करते हुए लिखा “मैं, आप सभी का बेटा और भाई खेसारी लाल यादव, इस बार छपरा विधानसभा से चुनाव लड़ रहा हूं। मैं कोई परंपरागत नेता नहीं हूं, बल्कि जनता जनार्दन का बेटा हूं, खेत-खलिहान का लाल हूं, हर तबके की आवाज हूं और युवा भाइयों का जोश हूं।”

उन्होंने आगे कहा कि वे शुक्रवार को नामांकन दाखिल करेंगे और जनता से भावुक अपील की “नामांकन के दिन आइए, अपने इस बेटे और भाई को आशीर्वाद दीजिए, ताकि हम आपके हक़ और सम्मान की लड़ाई मजबूती से लड़ सकें।”राजद द्वारा खेसारी लाल यादव को टिकट दिए जाने के बाद छपरा की राजनीति में हलचल तेज हो गई है। जहां एक ओर पार्टी ने युवाओं और कलाकारों की भावनाओं को साधने की कोशिश की है, वहीं राजनीतिक पंडित इसे लालू यादव की “सेलिब्रिटी स्ट्रैटेजी” बता रहे हैं।खेसारी लाल यादव का कहना है कि वे राजनीति में सत्ता के लिए नहीं, बल्कि समाज की सेवा के लिए आए हैं।उन्होंने दोहराया कि वे छपरा की धरती से गहरा लगाव रखते हैं और “महीने में कम से कम 15 दिन छपरा में रहकर जनता के बीच काम करेंगे।”

उन्होंने कहा कि मेरे लिए राजनीति कोई कुर्सी की दौड़ नहीं है, ये एक जिम्मेदारी है, छपरा के हर घर तक विकास पहुंचाने की, हर दिल की आवाज बनने की. ‘बाहरी उम्मीदवार’ कहे जाने पर उन्होंने तीखे लहजे में जवाब दिया  कि मैं बाहरी कहां हूं? मैं छपरा का बेटा हूं। सारण की इस महान धरती ने दो कलाकार दिए , एक भिखारी ठाकुर और दूसरा खेसारी लाल यादव। मैं उसी मिट्टी का बेटा हूं। इसलिए यह सवाल ही नहीं उठता कि मैं बाहरी हूं।

खेसारी ने कहा कि उन्होंने जीवन में जो कुछ पाया है, वह जनता के प्यार से ही पाया है। अब वह अपनी कला से कुछ समय के लिए दूरी बनाकर समाज की सेवा में लगना चाहते हैं। उन्होंने भरोसा जताया कि राजनीति में आकर वह आम लोगों की आवाज बनेंगे और स्थानीय समस्याओं सड़क, शिक्षा, स्वास्थ्य, रोजगार पर प्राथमिकता से काम करेंगे।

छपरा में खेसारी लाल यादव की एंट्री से राजनीतिक हलचल तेज हो गई है। राजद ने उन्हें मैदान में उतारकर एक तरफ युवाओं और कलाकारों की भावनाओं को साधने की कोशिश की है, तो दूसरी ओर विपक्षी दलों के लिए यह एक “सेलिब्रिटी कार्ड” साबित हो सकता है।अब देखना यह होगा कि सिनेमा के सुपरहिट नायक, जनता के दिलों में भी वही जगह बना पाते हैं या नहीं।

रिपोर्ट- शशिभूषण सिंह