Bihar Vidhansabha Chunav 2025: बिहार में सत्ता की जंग में एनडीए को बढ़त! ओपिनियन पोल में मोदी फैक्टर हावी, नीतीश से पिछड़े तेजस्वी

Bihar Vidhansabha Chunav 2025: बिहार में सत्ता बदलने या बरकरार रहने का जवाब अब सिर्फ़ 10 दिन दूर है।

NDA Ahead in Bihar
बिहार में सत्ता की जंग में एनडीए को बढ़त!- फोटो : social Media

Bihar Vidhansabha Chunav 2025:  बिहार में सत्ता बदलने या बरकरार रहने का जवाब अब सिर्फ़ 10 दिन दूर है। विधानसभा चुनाव का पहला चरण पूरा होने के बाद सियासी पारा तेज़ है और इसी बीच IANS–Matrize के ओपिनियन पोल ने बड़ा संकेत दिया है सत्तारूढ़ NDA मज़बूत बढ़त पर दिख रहा है, और इसके केंद्र में है प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का प्रभाव।

सर्वे के मुताबिक 63% लोग पीएम मोदी के नाम पर वोट देने के संकेत दे रहे हैं।सिर्फ़ 19% मतदाता कहते हैं कि मोदी फैक्टर का कोई असर नहीं।8% ने कहा—थोड़ा असर, जबकि 9% ने अब तक तय नहीं किया है।

यह सर्वे 10 अक्टूबर से 3 नवंबर तक चला, जिसमें 73,287 लोगों से राय ली गई।स्पष्ट है, बिहार की राजनीति में मोदी की लोकप्रियता निर्णायक भूमिका निभा सकती है—खासकर उन सीटों पर जहाँ मुकाबला कांटे का है।

नीतीश कुमार—पहली पसंद

ओपिनियन पोल में मुख्यमंत्री का चेहरा भी साफ़ दिखाई देता है:

46% लोग नीतीश कुमार को दोबारा मुख्यमंत्री के रूप में देखना चाहते हैं

जबकि तेजस्वी यादव सिर्फ़ 15% लोगों की पसंद बने

यह अंतर बताता है कि महागठबंधन के लिए चुनौती आसान नहीं

बिहार की 243 सीटों पर चुनाव , पहले चरण में 121 सीटों पर गुरुवार को मतदान, दूसरे चरण में 122 सीटें, मतदान 11 नवंबर को वोटिंग होगी। 2,616 उम्मीदवार मैदान में है।

मोदी ने  हमला करते हुए कहा था कि जंगल राज’ वापस नहीं आने देंगे।प्रचार के आख़िरी दिन पीएम मोदी ने महागठबंधन पर सीधा वार किया। उन्होंने दावा किया कि जनता ने तय कर लिया है कि NDA इस बार पिछले 20 साल का रिकॉर्ड तोड़ेगा,बिहार में 'जंगल राज' की वापसी नहीं होने देंगे

कांग्रेस और RJD पर हमला करते हुए कहा दोनों ‘राजकुमार’ बिहार घूम रहे हैं, और दिल्ली वाले ने ‘छठ’ का अपमान किया।उनकी यह बयानबाज़ी चुनावी हवा में नया ताप भर रही है।

ओपिनियन पोल NDA को बढ़त देता है, मोदी की लोकप्रियता निर्णायक दिखती है, नीतीश पहली पसंद बने हुए हैं लेकिन असली नतीजा मतगणना के बाद ही सामने आएगा। बिहार की राजनीतिक जमीन पर मुद्दे, जातीय समीकरण, महिला वोट और गठबंधनों की केमिस्ट्री अभी भी चुनाव की दिशा बदल सकती है।सवाल वही है सरकार किसकी बनेगी? जवाब है 14 नवंबर को।