मोकामा से वीणा देवी ने किया नामांकन, सैंकड़ों गाड़ियों का काफिला, हजारों की भीड़.... अनंत को सूरजभान की दो टूक- ऐसे जीतेंगे चुनाव

Veena Devi files nomination from Mokama
Veena Devi files nomination from Mokama - फोटो : news4nation

 Mokama :  बाहुबली सूरजभान सिंह की पत्नी और पूर्व सांसद वीणा देवी ने गुरुवार को राजद उम्मीदवार के रूप में मोकामा विधानसभा क्षेत्र से पर्चा दाखिल किया. उनके नामांकन के दौरान पूर्व सांसद सूरजभान सिंह, राजद एमएलसी कार्तिक सिंह मास्टर सहित बड़ी संख्या में हजारों समर्थकों की भीड़ उमड़ी. बाढ़ में नामांकन दाखिल करने के बाद सैंकड़ों गाड़ियों के काफिले के साथ वीणा देवी मोकामा के लिए रोड शो करते हुए निकली. करीब 50 किलोमीटर के रोड शो में जगह जगह लोगों ने वीणा देवी और सूरजभान का स्वागत किया. 


वहीं राजद सुप्रीमो लालू यादव ने गुरुवार को वीणा देवी को पार्टी का सिंबल प्रदान दिया. राजद प्रत्याशी बनाए जाने पर वीणा देवी ने कहा कि मोकामा उनका घर है. वहां के सभी लोग उनके परिवार की तरह है. इसलिए अपनी जीत को लेकर पूरी तरह निश्चिन्त हैं. उन्होंने बाहुबली अनंत सिंह से मिलने वाली चुनौती के सवाल पर कहा कि वह अपनी सफलता को लेकर निश्चिन्त हैं क्योंकि मोकामा के लोग उनकी लाज बचायेंगे. सूरजभान सिंह ने भी अपनी पत्नी की जीत को लेकर कहा जनता का आशीर्वाद उनके साथ है. वह जनता की अदालत में जा रहे हैं. सब कुछ मोकामा की जनता को तय करना है. उन्होंने कहा कि जिंदाबाद-मुर्दाबाद का नारा लगाने से चुनाव नहीं जीता जाता है बल्कि जनता का वोट लेकर चुनाव जीतने की रणनीति होती है. 


कौन हैं वीणा देवी 

दरअसल, वीणा देवी इसके पहले वर्ष 2014 में मुंगेर संसदीय क्षेत्र से जदयू के राजीव रंजन उर्फ़ ललन सिंह को हराकर लोकसभा सदस्य बनी थी. वहीं उनके पति सूरजभान सिंह ने वर्ष 2000 के विधानसभा चुनाव में जेल में रहते हुए मोकामा से निर्दलीय चुनाव जीता था. उन्होंने अनंत सिंह के भाई दिलीप सिंह पर ऐतिहासिक जीत हासिल की थी. बाहुबली सूरजभान सिंह लंबे अरसे तक रामविलास पासवान के निकटस्थ रहे. सूरजभान के भाई चंदन सिंह भी लोजपा के टिकट पर सांसद बने थे. हालांकि बाद में सूरजभान ने चिराग पासवान से अलग होकर पशुपति पारस का साथ दिया. लेकिन अब वे राजद में चले आये हैं. 


25 साल बाद दोनों बाहुबली में टक्कर 

25 साल बाद मोकामा में अनंत सिंह और सूरजभान सिंह के बीच सीधा मुकाबला है. मोकामा से अनंत सिंह 2005 से विधायक बनते आ रहे हैं. वहीं उनकी पत्नी नीलम देवी ने 2022 के विधानसभा उपचुनाव में जीत हासिल की थी. ऐसे में इस बार के मुकाबले को काफी रोचक माना जा रहा है. मोकामा में कुछ दिनों पहले ही तेजस्वी यादव गए थे तो उन्होंने कहा था यहां कुछ लोग बंदूक बांटने का काम करते हैं. हम कलम बांटने आये हैं.


मोकामा पर अनंत सिंह का दबदबा

मोकामा सीट पर अनंत सिंह का दबदबा रहा है। वह 2005 से लगातार अजेय बने हुए हैं और अब तक 5 बार विधायक चुने जा चुके हैं। हाल ही में एक केस में दोषी पाए जाने के कारण उन्हें विधायकी छोड़नी पड़ी थी, जिसके बाद 2022 के उपचुनाव में उनकी पत्नी नीलम देवी ने आरजेडी के टिकट पर जीत दर्ज की थी। मोकामा में 1990 से 2020 तक हुए 9 चुनावों में 8 बार अनंत सिंह के परिवार ने जीत हासिल की है, जबकि सूरजभान के खाते में सिर्फ एक बार जीत (2000 में) आई थी।

रविशंकर की रिपोर्ट