Dularchand Yadav Murder: आखिर किसने की दुलार चंद यादव की हत्या? मोकामा में चुनाव प्रचार क्यों हुआ खूनी संघर्ष में तब्दील, जानिए

मोकामा और उसके आसपास का इलाका लंबे समय से बाहुबल और राजनीति का केंद्र रहा है। गुरुवार को जेडीयू प्रत्याशी अनंत सिंह तथा जन सुराज पार्टी के उम्मीदवार पीयूष प्रियदर्शी के काफिले आमने-सामने आ गए,इस झड़प में बाहुबली दुलारचंद यादव की मौत हो गई....

Dularchand Yadav Murder
आखिर किसने की दुलार चंद यादव की हत्या?- फोटो : social Media

Dularchand Yadav Murder: बिहार विधानसभा चुनाव के दौरान पटना जिले की मोकामा सीट फिर एक बार बारूद की बू में लिपट गई। गुरुवार को जेडीयू प्रत्याशी और बाहुबली पूर्व विधायक अनंत सिंह तथा जन सुराज पार्टी के उम्मीदवार पीयूष प्रियदर्शी के काफिले आमने-सामने आ गए, जिसके बाद माहौल अचानक हिंसक हो गया। देखते ही देखते गाली-गलौज, रोड़ेबाजी और फायरिंग शुरू हो गई। इस झड़प में जन सुराज समर्थक और कुख्यात बाहुबली दुलारचंद यादव की मौत हो गई।सूत्रों के मुताबिक, यह घटना गुरुवार दोपहर करीब साढ़े तीन बजे टाल क्षेत्र के खुशहालचक के पास की है, जहाँ पीयूष प्रियदर्शी सैकड़ों समर्थकों के साथ रोड शो कर रहे थे। ठीक उसी वक्त, जेडीयू प्रत्याशी अनंत सिंह का काफिला भी उसी मार्ग से गुजर रहा था। भीड़भाड़ के बीच दोनों दलों के समर्थकों में पहले तकरार और फिर हाथापाई शुरू हो गई। कुछ ही पलों में मोकामा की सड़कों पर गोलियों की तड़तड़ाहट गूंज उठी।प्रत्यक्षदर्शियों का कहना है कि एक गोली दुलारचंद यादव के पैर में लगी, जिससे वे गिर पड़े। तभी उन पर गाड़ी चढ़ा दी गई। उन्हें गंभीर हालत में अस्पताल ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने मृत घोषित कर दिया। उनके परिजनों ने अनंत सिंह और उनके पांच समर्थकों पर हत्या की एफआईआर दर्ज कराई है।

पुलिस ने पूरे इलाके को छावनी में तब्दील कर दिया है। वरीय पुलिस अधिकारी ने बताया कि जांच जारी है और पोस्टमार्टम रिपोर्ट के बाद मौत की वजह स्पष्ट होगी। जन सुराज प्रत्याशी पीयूष प्रियदर्शी ने आरोप लगाया कि “हमारे काफिले पर साजिशन हमला किया गया। मेरे चाचा समान दुलारचंद यादव की गोली मारकर हत्या कर दी गई। हमारी गाड़ियों में तोड़फोड़ की गई।”

दूसरी ओर, अनंत सिंह ने सफाई दी कि “जब बवाल हुआ, तब मैं अपने काफिले की तीस गाड़ियों से आगे था। पीछे की दस गाड़ियों पर हमला किया गया। दुलारचंद यादव ने ही पहले झगड़ा शुरू किया।” उन्होंने आरजेडी के बाहुबली सूरजभान सिंह पर राजनीतिक साजिश रचने का आरोप लगाया।

मोकामा और उसके आसपास का इलाका लंबे समय से बाहुबल और राजनीति का केंद्र रहा है। अनंत सिंह यहां लगातार पाँच बार विधायक रह चुके हैं, जेल गए तो पत्नी नीलम देवी को जनता ने चुना। अब वे फिर मैदान में हैं, जबकि जन सुराज और आरजेडी दोनों ही इस गढ़ में सेंध लगाने की कोशिश में हैं।

इस घटना ने न सिर्फ मोकामा बल्कि पूरे बिहार के चुनावी माहौल में सनसनी फैला दी है। अब देखना यह है कि सत्ता की इस जंग में कानून की जीत होती है या बाहुबल की हुकूमत फिर से सिर उठाती है।