MOTIHARI : मोतिहारी डीएम सौरभ जोरवाल ने बड़ी कार्रवाई की है। बाढ़ जैसे आपदा से जिला के कई प्रखंड क्षेत्र प्रभावित है। वही सुगौली नगर पंचायत क्षेत्र के कई वार्ड भी जलमग्न है। इस आपदा के स्थिति में भी वरीय पदाधिकारी के आदेश की अवहेलना कर बाढ़ जैसे आपदा कार्य से अलग रहने, मुख्यालय छोड़कर हमेशा फरार रहने को लेकर डीएम ने बड़ी कार्रवाई किया है। डीएम ने सुगौली नगर पंचायत के ईओ के वेतन को अगले आदेश तक स्थगित करते हुए उनके खिलाफ FIR करने के लिए 24 घंटे के अंदर स्पष्टीकरण की मांग किया गया है।
वही मुख्यालय छोड़कर फरार रहने की जांच के लिए एडीएम आपदा व सदर एसडीओ के नेतृत्व में एक टीम का गठन किया गया है। डीएम की कार्रवाई से आपदा जैसे कार्यो में लापरवाही करने वाले पदाधिकारियो में हड़कंप मचा हुआ है। वही जिला के एक दो प्रखंडो में वरीय पदाधिकारी के निर्देश के बाद भी सीओ स्तर पर सामुदायिक किचेन चलाने व सूखा राशन वितरण में लापरवाही बरती जा रही है। डीएम के कार्रवाई के बाद सभी प्रखंडो में कार्यों में तेजी आ गया है।
बताया जा रहा है की जल निकासी एवं आपदा प्रबंधन के कार्यों में कार्यपालक पदाधिकारी के द्वारा कोई रूचि नहीं ली गई है। इससे बढ़कर कार्यपालक पदाधिकारी द्वारा स्थानीय पदाधिकारियों को कहा जा रहा है कि यह कार्य मेरा नहीं है। आपदा के समय में इस प्रकार की लापरवाही दण्डनीय अपराध है और कर्तव्य विमुखता, उद्बण्डता एवं लापरवाही का द्योतक है। स्थानीय नागरिकों द्वारा यह भी सूचना दी गई है कि कार्यपालक पदाधिकारी नगर पंचायत सुगौली लगातार मुख्यालय से अनुपस्थित रहते हैं और सप्ताह में मात्र दो दिन ही कार्यालय में उपस्थित रहते हैं। उक्त तथ्य आपदा के समय में आपदा प्रबंधन अधिनियम की सुसंगत धाराओं में प्राथमिकी दर्ज कराये जाने का स्पष्ट कारण है।
डीएम सौरभ जोरवाल के द्वारा निर्देश दिया गया है कि पत्र प्राप्ति के 24 घंटे के अन्दर इस संबंध में कार्यपालक पदाधिकारी अपना स्पष्टीकरण प्रस्तुत करें कि क्यों नहीं आपदा प्रबंधन अधिनियम के सुसंगत प्रावधानों के तहत उनके विरुद्ध प्राथमिकी दर्ज करा दी जाय एवं अनुशासनिक कार्रवाई हेतु विभाग को संसूचित कर दिया जाय। डीएम के द्वारा तत्काल प्रभाव से अगले आदेश तक कार्यपालक पदाधिकारी नगर पंचायत सुगौली का वेतन भुगतान स्थगित कर दिया गया है। मुख्यालय से अनुपस्थित रहने संबंधी जांच के लिए अपर समाहर्ता आपदा प्रबंधन पूर्वी चंपारण एवं सदर अनुमंडल पदाधिकारी मोतिहारी की एक टीम बनाई गई है जो कार्यपालक पदाधिकारी के बायोमैट्रिक अटेंडेंस की जांच करते हुए स्थानीय लोगों से कार्यपालक पदाधिकारी के कार्य प्रणाली के संबंध में पूछताछ कर तीन दिन के अंदर प्रतिवेदन उपलब्ध कराएगी।
मोतिहारी से हिमांशु की रिपोर्ट