Bihar Flood: नेपाल में लगातार हो रही बारिश से उत्तरी बिहार में बाढ़ के हालात उत्पन्न हो गए हैं। पड़ोसी देश में भारी बारिश की वजह से गंड़क और कोसी बराज से रिकार्ड पानी छोड़ा गया है। कोसी बराज से 1968 के बाद पहली दफे आज(रविवार) सुबह 6.61,295 क्यूसेक पानी रिलीज किया गया है। वहीं कोसी बराज के साथ बागमती भी उफान पर है। हालांकि बागमती का तटबंध टूटने से भारत में पानी का दबाव कम रहा लेकिन कोसी बराज के छोड़ा गया रिकॉर्ड पानी बिहार के लिए मुसीबत बन गई है।
वहीं नेपाल में भारी बारिश से भारी तबाही मची हुई है। अब तक नेपाल में 100 से अधिक लोगों की डूबने से मौत हो गई है। वहीं लगातार भारी बारिश को लेकर अलर्ट भी जारी किया जा रहा है। आपादा विभाग की मानें तो कोसी, बागमती, महानंदा के साथ अन्य नदियों के जलस्तर में भारी वृद्धि के कारण बिहार के 13 जिले बाढ़ग्रस्त हो गए हैं। बिहार की लगभग 1.41 लाख आबादी बाढ़ की चपेट में है।
इधर, जल संसाधन विभाग की तरफ से बताया गया है कि नेपाल में भारी वर्षा के कारण आज (29 सितंबर 2024) सुबह 5 बजे कोसी बराज, वीरपुर से 6,61,295 क्यूसेक जलस्राव हुआ है, जो 1968 के बाद सर्वाधिक है। तटबंधों की सुरक्षा के लिए जल संसाधन विभाग की टीमें दिन-रात तत्पर हैं। सभी को सतर्क रहने की जरूरत है। बिहार सरकार संभावित बाढ़ के खतरे को लेकर अर्लट है। जलसंसाधन विभाग ने बताया है कि संवेदनशील व अति संवेदनशील स्थलों के पर्यवेक्षण के लिए 45 कनीय अभियंता, 25 सहायक अभियंता, 17 कार्यपालक अभियंता व 3 अधीक्षण अभियंताओं की प्रतिनियुक्ति की गई है। गंडक-कोसी में जलस्तर बढ़ने से गंगा नदी के जलस्तर में वृद्धि की आशंका है।
बता दें कि, नेपाल पुलिस के उप-प्रवक्ता बिश्व अधिकारी ने बताया कि लगातार बारिश के कारण नेपाल में अब तक 112 लोगों की मौत हो गई, जिनमें से 34 की मौत काठमांडू घाटी में हुई है। उन्होंने बताया कि बाढ़ में 60 लोग घायल भी हुए हैं। जबकि दर्जनों लोग लापता हैं। खबर के मुताबिक बाढ़ से निबटने को लेकर नेपाल के कार्यवाहक प्रधानमंत्री एवं शहरी विकास मंत्री प्रकाश मान सिंह ने गृहमंत्री, गृह सचिव और सुरक्षा एजेंसियों के प्रमुखों समेत विभिन्न मंत्रियों की एक आपात बैठक बुलाई है। खोज तथा बचाव अभियान में तेजी लाने के निर्देश दिए गए हैं। सरकार ने नेपाल में सभी स्कूलों को तीन दिन के लिए बंद करने तथा सभी परीक्षाओं को स्थगित करने का निर्णय लिया है।