पटना. माँ ब्लड सेंटर में ऑक्सीजन मैन के नाम से प्रसिद्ध गौरव राय ने अपनी माता जी की पुण्यतिथि के अवसर पर रक्त दान किया। गौरव राय ने बताया कि शनिवार को उनके द्वारा 100वीं बार रक्त दान किया गया। उनके द्वारा रक्तदान के लिए सभी लोगों को लगातार जागरुक किया जाता रहा है और अभी तक 386 ऐसे लोगों से रक्तदान करवा चुके है जिन्होंने अपने जीवन का पहला रक्तदान किया।
गौरव राय ने बताया कि रक्त दान से शरीर को नुक़सान नहीं बल्कि फ़ायदा है। बहुत सारी बीमारी से हम अपने शरीर को बचाते है। गौरव राय ने बताया उनका ये सफ़र सोलह साल की उम्र में एक मरीज़ को बचाने के क्रम में आरंभ हुआ और देखते देखते ये जुनून बन गया। रक्त दान के लिए समाज में जागरूकता का अभी भी अभाव है और घर के लोग ही अपना रक्त परिवार के लिए देने को तैयार नहीं होते।
उन्होंने पुराने संस्मरण को याद करते हुए बताया कि कैसे उनके दोस्त के भाई की दुर्घटना हुई और वो जब उनको ले कर कुर्जी गये तो तत्काल रक्त की बात कही डॉक्टरों ने, ऐसे समय जब घर के कोई लोग उपस्थित नहीं थे तो उनको लगा मैं ही रक्त दान कर देता हूँ। एक जगह उनके आयु को लेकर मना किया गया तो दूसरे जगह मैंने अपनी आयु 18 बता कर जीवन का प्रथम रक्त दान किया। मेरे पापा मेरे रक्त दान करने से बहुत चिंतित रहते थे क्योंकि 2002 में रक्त दान के दौरान रक्त के मैचिंग के कारण बहुत बीमार पड़ गया था। इस कारण पापा मना करते थे लेकिन ये भूत मेरे सर चढ़ कर बोलने लगा, कही भी किसी को ज़रूरत पड़ती थी मैं लग जाता था अपना हुआ तो अपना नहीं तो दोस्तों के घर जाकर बात कर उनको रक्त दान के लिए मनाता था।
उन्होंने कहा की मेरी पत्नी ने कभी भी इस नेक कार्य के लिए नहीं मना किया। आज का 100 रक्त दान बहुत मायने रखता है मेरे लिए, जिनको मैंने अपना रक्त दिया उनके से कुछ नहीं रहें हैं लेकिन उनके परिवार से आज भी मिलता हूँ।परिवार के लोगों से मिलना बात करना मुझे बेहद अच्छा लगता है ऐसा लगता है ये भी परिवार हैं।