DESK : 22 जनवरी 1968, जब सियाचिन में एयरफोर्स का एक प्लेन दुर्घटनाग्रस्त हो गया था।, जिसमें वायुसेना के जवान की मौत हो गई थी, अब इस हादसे के 56 साल की फिर चर्चा शुरु हो गई है। इस चर्चा का कारण वह शहीद जवान है, जिसका शव हादसे के बाद अब जाकर मिला है। उसके शव पर पहने यूनिफॉर्म के बैच से पहचान की गई। जिसके बाद एयरफोर्स के दो जवानों ने उनके परिजनों को सूचित किया। खबर मिलते ही परिजनों की आंखे नम हो गई। बताया गया कि बुधवार या गुरुवार को शहीद का शव उनके गांव पहुंचेगा।
यह पूरी घटना यूपी के सहारनपुर जिले में नानौता क्षेत्र के गांव फतेहपुर से जुड़ा है। जहां रहनेवाले मलखान सिंह सियाचिन हादसे में अपनी जान गंवा बैठे थे, लेकिन उनका शव आज तक बरामद नहीं किया जा सका था। इसी बीच अचानक ग्लेशियर से एक जवान का शव मिला। वह यूनिफार्म में था, जब बैच को पुराने रिकार्ड से मिलाया गया को उसकी पहचान मलखान सिंह के रुप में की गई। सेना द्वारा सहारनपुर के नानौता थाने में संपर्क किया गया। स्थानीय पुलिस की मदद से सेना के जवान मंगलवार को शहीद के घर पहुंचे और परिवार को इतने साल बाद शव मिलने की जानकारी दी। यह खबर सुनते ही मृतक के पोतों और अन्य परिजनों की आंखें नम हो उठीं।
1945 में जन्मे मलखान सिंह के परिवार के परिवार में पत्नी और शिलावती और बेटे रामप्रसाद की मृत्यु हो चुकी है। जबकि उनके दो पौत्र गौतम और मनीष हैं, दोनों सहारनपुर में रहकर मजदूरी करते हैं।
एसपी ग्रामीण सागर जैन ने बताया कि 56 साल पहले प्लेन क्रैश में सहारनपुर निवासी जवान शहीद हो गए थे। लद्दाख से सेना के जवान शव लेकर सहारनपुर के लिये रवाना हो गए हैं। शव बुधवार या गुरूवार तक सहारनपुर आ जाएगा।