PM Modi In Bihar: प्रधानमंत्री मोदी 48 घंटे के अंदर दूसरी दफे बिहार पहुंचे हैं. पीएम मोदी 13 तारीख को दरभंगा में थे. आज 15 नवंबर को जमुई में जनजातीय गौरव सम्मान सम्मेलन में शिरकत किए। इस मौके पर बिहार के राज्यपाल, मुख्यमंत्री और दोनों डिप्टी सीएम मौजूद रहे. इस अवसर पर प्रधानमंत्री ने 6600 करोड़ रू की विभिन्न योजनाओं का उद्घाटन-शिलान्यास किया. पीएम मोदी की मौजूदगी में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने बड़ा खुलासा करते हुए कहा कि अब ऐसी गलती नहीं होगी.
अब नहीं करेंगे गलती..कभी नहीं करेंगे- नीतीश
जमुई में जनसभा को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा, '' मैं फिर से एक बात बता देता हूं. हम लोग सब दिन के लिए इनके(BJP) साथ रहेंगे. बीच में गलती हुई, बीच में गलती कर दिया हम ही लोगों के यहां का कुछ लोग, हम लोगों ने अब तय कर लिया है कि कहीं नहीं जाएँगे. हम लोग तो अटल बिहारी वाजपेई के साथ थे. उनकी सरकार में थे. बीच में बेमतलब का काम इधर-उधर का कर दिया सब, अब यह संभव नहीं है. अब कभी नहीं इधर-उधर जाएंगे. 1995 से हम लोग साथ हैं, तब से साथ काम कर रहे हैं. अब हम लोग इधर-उधर नहीं जाएंगे. पूरे तौर पर इनके साथ रहेंगे. पीएम मोदी पूरे देश का काम कर रहे हैं और बिहार के लिए भी काफी कुछ किया है.ये जहां कहीं भी जाते हैं और भी कुछ करवा देते हैं. इनका स्वागत है,अभिनंदन है.'' CM नीतीश बार-बार अपनी गलती स्वीकार कर रहे थे, इस दौरान मंच पर बैठे प्रधानमंत्री मुस्कुरा रहे थे.
जिसको किसी ने नहीं पूछा, मोदी उसको पूजता है
सभा को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि हमलोगों ने आदिवासी समाज से आने वाली द्रौपदी मुर्मू को राष्ट्रपति बनाया. पहले की सरकारों ने आदीवासी जातियों की कोई परवाह ही नहीं की थी. 24000 करोड़ रू की पीएम जन-मन योजना शुरू की है. इससे देश की सबसे पिछड़ी जाति का विकास हो रहा है. इस योजना के एक साल पूरा हो रहा है. इसके तहत हजारो पिछड़े आदिवासियों को घऱ दिए हैं, सैकड़ों गांव में सड़क, नल से जल पहुंचा है. जिसको किसी ने नहीं पूछा, मोदी उसको पूजता है. पहले की सरकार के रवैये की वजह से आदिवासी समाज विकास योजनाओं से वंचित रहा. अगर किसी अफसर को सजा देनी हो तो पनिसमेंट पोस्टिंग ऐसी जगहों पर की जाती थी. एनडीए सरकार ने ऐसी सोच को बदल दिया है. एनडीए सरकार ने ऐसे आदिवासी बहुल जिले को आकांक्षी जिला घोषित किया है. अब पिछड़े जिलों में नौजवान अफसर भेजे जा रहे हैं. इसका लाभ आदिवासी भाई-बहनों को हुआ है. आदिवासी विरासत को सहजने के लिए भी हमारी सरकार ने कई कदम उठाए हैं. कई लोगों को पद्म पुरस्कारों से सम्मानित किया गया है. भगवान बिरसा मुंडा के नाम पर रांची में विशाल संग्रहालय की शुरूआत की है.
अब मातृभाषा में भी परीक्षा का विकल्प- मोदी
प्रधानमंत्री मोदी ने आगे कहा कि मेडिकल -इंजीनियर और तकनीकी शिक्षा में आदिवासी समाज के सामने भाषा की बड़ी समस्या रही है. हमारी सरकार ने मातृभाषा में परीक्षा के विकल्प दिए हैं. इससे आदिवासी समाज के बच्चों को विकल्प मिला है. इससे इन परविरा के बच्चों का हौसला बढ़ा है.भगवान बिरसा मुंडा की 150 वीं जयंती के उपलक्ष्य में आदिवासी बहुल जिलों में बिरसा मुंडा जनजातीय गौरव उपवन में 500 वृक्ष लगाए जाएँगे.