jharkhand maiyaan samman yojana fraud: झारखंड सरकार द्वारा चलाई जा रही 'मुख्यमंत्री मंईयां सम्मान योजना' में बड़े पैमाने पर फर्जीवाड़ा सामने आया है। बोकारो जिले में 94 फर्जी लाभार्थी एक ही बैंक खाते से जुड़े पाए गए।एक दिन पहले 95 लाभार्थियों को भी एक ही बैंक खाते से जोड़े जाने का मामला पकड़ा गया था। अब तक 11,200 फर्जी आवेदन पकड़े गए हैं।
कैसे हुआ फर्जीवाड़ा?
बोकारो की उपायुक्त विजया जाधव ने बताया कि दो बैंक खातों से सैकड़ों लाभार्थियों को लिंक किया गया था। पहला खाता पश्चिम बंगाल के उत्तर दिनाजपुर निवासी मोहम्मद यूसुफ के नाम पर है।दूसरा खाता सुफनी खातून के नाम पर है, जो उत्तर दिनाजपुर की ही रहने वाली हैं।आवेदनों में फर्जी राशन कार्ड का उपयोग किया गया। इन मामलों में अब एफआईआर दर्ज कर आरोपियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
गढ़वा जिले में भी हुआ था फर्जीवाड़ा
15 दिन पहले गढ़वा जिले के खरौंधी थाना क्षेत्र के कूपा गांव में भी ऐसा ही मामला सामने आया था। एक कंप्यूटर ऑपरेटर ने आठ महिलाओं के आवेदनों को अपनी पत्नी के बैंक खाते से जोड़ दिया था। इस मामले में भी उपायुक्त ने कड़ी कार्रवाई के निर्देश दिए हैं।
योजना में गड़बड़ी रोकने के लिए नए कदम
अब लाभार्थियों का भौतिक सत्यापन किया जाएगा।सभी जिलों के उपायुक्तों को लाभार्थियों की जांच के निर्देश दिए गए हैं।जब तक पूरी जांच नहीं होती, तब तक योजना की राशि का भुगतान रोक दिया गया है। अगस्त 2024 से शुरू हुई इस योजना के तहत पहले ₹1000 प्रति माह दिए जा रहे थे, जिसे दिसंबर से ₹2500 कर दिया गया। लेकिन जनवरी 2025 की किस्त अभी तक जारी नहीं हुई है।