MP News: मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल में लोकायुक्त ने परिवहन विभाग के पूर्व आरक्षक सौरभ शर्मा के अरेरा कॉलोनी स्थित निवास पर छापा मारा। इस कार्रवाई में लगभग ढाई करोड़ रुपये नकद, 40 किलो चांदी, विदेशी मुद्रा, और बेनामी संपत्ति के दस्तावेज बरामद हुए हैं। आरोपी सौरभ महज 7 साल की नौकरी में करोड़ों रुपये छाप लिए। इस दौरान वो राजनेताओं व अधिकारियों का चाहेता बन गया था।
सौरभ शर्मा का करियर और संपत्ति
सौरभ शर्मा को अनुकंपा नियुक्ति के तहत परिवहन विभाग में आरक्षक के पद पर नियुक्त किया गया था। उन्होंने लगभग 12 वर्षों की सेवा के बाद स्वैच्छिक सेवानिवृत्ति (VRS) ले ली और रियल एस्टेट व्यवसाय में सक्रिय हो गए।
भ्रष्टाचार के आरोप और राजनीतिक संबंध
सौरभ शर्मा पर आरोप है कि उन्होंने परिवहन नाकों के आवंटन में सत्ताधारी नेताओं के साथ मिलीभगत की और अवैध धन अर्जित किया। उनके विभिन्न रसूखदार व्यक्तियों से संपर्क थे, जिससे उन्होंने अपनी संपत्ति का विस्तार किया।
जांच और आगे की कार्रवाई
लोकायुक्त की टीम अब सौरभ शर्मा और उनके सहयोगियों के खिलाफ जांच को आगे बढ़ा रही है। उनकी अवैध संपत्तियों के स्रोतों की जांच की जा रही है, और यह पता लगाया जा रहा है कि उन्होंने इतने कम समय में इतनी बड़ी संपत्ति कैसे अर्जित की।
दुबई या दिल्ली 5 स्टार होटल में पार्टी
सौरभ मूल रूप से ग्वालियर का रहने वाला है। उसकी पत्नी दिव्या का मायका जबलपुर में है। आज से 4 साल पहले सौरभ परिवार सहित भोपाल शिफ्ट हो गया था। उसकी अमीरी का अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि वो अपनी बीवी का जन्मदिन दुबई या दिल्ली के किसी 5 स्टार होटल में मनाता था।