DESK - रणजी ट्रॉफी के इतिहास में जो आज तक नहीं हुआ, वह गोवा और अरुणाचल प्रदेश के मैच में हुआ। रणजी ट्रॉफी में पहली एक पारी में छह सौ रन से ज्यादा की साझेदारी हुई। वहीं दूसरी बार एक ही पारी में एक ही टीम के दो खिलाड़ियों ने ट्रिपल सेंचुरी लगाई है।
दरअसल, गोवा और अरुणाचल प्रदेश के बीच पोरवोरिम के गोवा क्रिकेट एसोसिएशन अकादमी में रणजी ट्रॉफी 2024-25 का मुकाबला खेला जा रहा है। मैच में अरुणाचल प्रदेश की टीम ने पहले बल्लेबाजी की, जिसमें गोवा की तरफ से खेलते हुए अर्जुन तेंदुल्कर ने पहली बार पांच विकेट लिए और पूरी टीम को सिर्फ 84 रन पर समेट दिया। इसके बाद बल्लेबाजी करने उतरी गोवा की तरफ से मिडल ऑर्डर बल्लेबाज स्नेहल कौथंकर (Snehal Kauthankar) और कश्यप बाकले पिच पर जम गए और 606 रन की साझेदारी कर डाली। इस दौरान से स्नेहल ने रणजी में सबसे तेज ट्रिपल सेंचुरी लगाई। स्नेहल ने सिर्फ 269 गेंदों में नाबाद 300 रन पूर किए, जिसमें 39 चौके औऱ 2 छक्के जड़े। वहीं कश्यप बाकले (Kashyap Bakle) ने 315 गेंदों में 45 चौकों और 4 छक्कों की मदद से नाबाद 314 रन की पारी खेली। इन अविश्वसनीय पारियों की मदद से गोवा ने अपनी पहली पारी 727/2 के स्कोर पर घोषित की।
कश्यप के लिए यह मैच इसलिए भी खास है क्योंकि यह उनका डेब्यू मैच है। स्नेहल और कश्यप की जोड़ी ने मिलकर तीसरे विकेट के लिए 448 गेंदों में 606 रन की नाबाद साझेदारी की। इसके साथ ही यह साझेदारी इतिहास के पन्नों में दर्ज हो गई।
मैच में बने यह रिकॉर्ड
रणजी ट्रॉफी में की रिकॉर्ड साझेदारी
कौथंकर और बाकले ने मिलकर तीसरे विकेट के लिए 448 गेंदों पर 606 रन की अटूट साझेदारी की। यह रणजी ट्रॉफी के इतिहास में 600 रन से अधिक की पहली साझेदारी है। इससे पहले सर्वोच्च साझेदारी का रिकॉर्ड महाराष्ट्र के स्वप्निल गुगले और अंकित बावने के नाम दर्ज था। इस जोड़ी ने 2016 में दिल्ली के खिलाफ 594 रन की साझेदारी की थी। इस सूची में तीसरी सर्वोच्च साझेदारी सागर जोगियानी और रविंद्र जडेजा (539 रन, 2012) ने की थी। वहीं श्रीलंका के कुमार संगाकारा और महेला जयवर्धने के नाम सर्वोच्च साझेदारी (624 रन बनाम दक्षिण अफ्रीका, 2006) का रिकॉर्ड दर्ज है।
सबसे तेज तीहरा शतक का रिकॉर्ड
कौथंकर ने सिर्फ 206 गेंदों में अपना तिहरा शतक पूरा किया। यह प्रथम श्रेणी क्रिकेट में भारत की ओर से दूसरा सबसे तेज तिहरा शतक है। भारतीय बल्लेबाजों ने तन्मय अगवाल के नाम सबसे तेज तिहरा शतक का रिकॉर्ड (147 गेंद) दर्ज है। कौथंकर के साथी बल्लेबाज बाकले ने 269 गेंदों में अपना तिहरा शतक पूरा किया। यह प्रथम श्रेणी क्रिकेट में भारत की ओर से तीसरा सबसे तेज तिहरा शतक बन गया है।
एक पारी में दो तिहरा शतक सिर्फ दूसरी बार
यह सिर्फ दूसरा मौका है, जब किसी एक पारी के दौरान 2 बल्लेबाजों ने तिहरे शतक लगाए हैं। इससे पहले तमिलनाडु के डब्ल्यूवी रमन और कृपाल सिंह ने 1989 में गोवा के खिलाफ ऐसा कारनामा किया था। बाकले अब अपने प्रथम श्रेणी करियर की डेब्यू पारी में तिहरा शतक लगाने वाले सिर्फ दूसरे भारतीय बल्लेबाज बने हैं। उनसे पहले बिहार क्रिकेट टीम के सकीबुल गनी (341 बनाम मिजोरम, 2022) ऐसा कर चुके हैं।