Rohit shetty struggle: बॉलीवुड के फेमस डायरेक्टर रोहित शेट्टी ने मेहनत और लगन से खुद को फिल्म इंडस्ट्री में स्थापित किया है। आज वह हिंदी सिनेमा के हाइएस्ट पेड डायरेक्टर्स में गिने जाते हैं, लेकिन यहां तक पहुंचने के लिए उन्होंने कई संघर्षों का सामना किया। 90 के दशक में लीड एक्टर्स के बॉडी डबल के रूप में काम करने से लेकर ब्लॉकबस्टर फिल्में डायरेक्ट करने तक का उनका सफर प्रेरणादायक है।
बॉडी डबल बनने का सफर
रोहित शेट्टी ने अपने करियर की शुरुआत में कई डायरेक्टर्स को असिस्ट किया और फिल्मों में बॉडी डबल का काम भी किया। 'द कपिल शर्मा शो' में उन्होंने बताया कि फिल्म 'सुहाग' में उन्होंने अक्षय कुमार के बॉडी डबल के रूप में काम किया था। इस बारे में बात करते हुए रोहित ने कहा, "हां, मैंने अक्षय कुमार का बॉडी डबल किया था। इसके अलावा भी कुछ फिल्मों में बॉडी डबल का काम किया।"
शुरुआती संघर्ष और परिवार का समर्थन
रोहित शेट्टी का बचपन संघर्षों से भरा था। उनके पिता फिल्मों में विलेन की गैंग में काम करते थे, लेकिन उनके निधन के बाद परिवार को कई समस्याओं का सामना करना पड़ा। फिल्मों से जुड़े रहने के कारण उन्हें काम तो मिल गया, लेकिन वह अपनी अलग पहचान बनाना चाहते थे। अजय देवगन के पिता वीरू देवगन ने उनके करियर को बनाने में अहम भूमिका निभाई।
रोहित शेट्टी की डायरेक्टेड फिल्में
रोहित शेट्टी ने 2003 में अपनी पहली फिल्म 'जमीन' डायरेक्ट की। हालांकि, यह फिल्म बॉक्स ऑफिस पर औसत रही। इसके बाद 'गोलमाल: फन अनलिमिटेड' ने उन्हें पहली बड़ी सफलता दिलाई। इसके बाद उन्होंने 'सिंघम', 'चेन्नई एक्सप्रेस', 'सिम्बा', और 'दिलवाले' जैसी सुपरहिट फिल्में दीं, जो उनकी पहचान बन गईं।
रोहित शेट्टी की नेटवर्थ
लाइफस्टाइल एशिया के मुताबिक, रोहित शेट्टी की नेटवर्थ 336 करोड़ रुपये है। यह उनकी मेहनत, लगन, और फिल्म इंडस्ट्री में लगातार योगदान का परिणाम है।
रोहित शेट्टी का संघर्ष
रोहित शेट्टी का बॉडी डबल से हाइएस्ट पेड डायरेक्टर बनने तक का सफर एक प्रेरणा है। उनके संघर्ष और मेहनत की कहानी उन सभी के लिए एक प्रेरणा है, जो अपने सपनों को साकार करना चाहते हैं। उनकी सफलता इस बात का प्रमाण है कि समर्पण और कड़ी मेहनत से कुछ भी हासिल किया जा सकता है।