Ratan Tata News: रतन टाटा के निधन पर बिहार सर्किल के डाक विभाग द्वारा जारी किया गया विशेष आवरण लोगों में इतना लोकप्रिय हुआ कि इसकी मात्र नौ दिनों में ही सभी प्रतियां बिक गईं। डाक विभाग ने शुरुआत में 2000 विशेष आवरण छापे थे, लेकिन बढ़ती मांग को पूरा करने में असमर्थ रहा।
रतन टाटा के निधन के बाद से ही डाकघर में हर रोज सैकड़ों लोग इस विशेष आवरण के लिए संपर्क कर रहे हैं। अब तक लगभग 5000 लोगों ने इस आवरण के लिए आवेदन किया है और यह संख्या लगातार बढ़ रही है। रतन टाटा का देहांत 9 अक्टूबर को हो गया, 86 साल की उम्र में उन्होंने दुनिया को अलविदा कह दिया।
वहीं बिहार सर्किल के डाक विभाग देश का सबसे पहला डाक विभाग था जिसने रतन टाटा को श्रद्धांजलि देने के लिए विशेष आवरण जारी किया। इस आवरण को जारी करने के तुरंत बाद ही इसकी मांग आसमान छूने लगी। डाक विभाग ने 200 से अधिक विशेष आवरण रतन टाटा ट्रस्ट को भी भेंट किए। पद्म विभूषण रतन टाटा के निधन के 24 घंटे अंदर डाक विभाग ने आवरण जारी कर दी थी।
बिहार सर्किल के चीफ पोस्टमास्टर जनरल ने बताया कि डाक विभाग के नियमों के अनुसार किसी विशेष आवरण को अधिकतम दो बार ही छापा जा सकता है। चूंकि रतन टाटा पर विशेष आवरण पहले ही दो बार छप चुका है, इसलिए अब इसे फिर से छापना संभव नहीं है।
जागृति की रिपोर्ट