Maharashtra Government : महाराष्ट्र में नई सरकार का शपथ ग्रहण समारोह गुरुवार को हुआ. भाजपा के देवेंद्र फडणवीस ने मुख्यमंत्री पद की शपथ ली वहीं एकनाथ शिंदे और अजित पवार को डिप्टी सीएम बनाया गया. इसके अतिरिक्त भाजपा, NCP और शिवसेना कोटे से मंत्रिमंडल में शामिल शामिल किए गये नेताओं को भी मंत्री पद की शपथ दिलाई गई. आजाद मैदान में शपथ ग्रहण समारोह में कई प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सहित एनडीए के कई बड़े नेता शामिल हुए.
शपथग्रहण समारोह में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, गृह मंत्री अमित शाह, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जे पी नड्डा, नितिन गडकरी, पियूष गोयल, निर्मला सीतारमण, शिवराज सिंह चौहान, किरण रिजीजू समेत कई केंद्रीय मंत्री शामिल हुए. वहीं बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के साथ ही उप मुख्यमंत्री सम्राट चौधरी, उप मुख्यमंत्री विजय कुमार सिन्हा, राज्यसभा सांसद सह जदयू के कार्यकारी अध्यक्ष संजय झा, मंत्री विजय चौधरी, पूर्व उप मुख्यमंत्री तारकिशोर प्रसाद भी शपथ ग्रहण समारोह में शामिल हुए.
महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव में भाजपा-शिवसेना शिंदे-NCP अजित पवार को 230 सीटों का भारी बहुमत मिला. महायुति यानी भाजपा, शिवसेना शिंदे और NCP में एक CM और दो डिप्टी CM का फॉर्मूला तय किया गया है। BJP के 19, NCP के 7 और शिवसेना के 5 नेता मंत्री के रूप में शपथ लेने वालों की सूची में शामिल रहे.
महाराष्ट्र से बिहार को बड़ा संदेश
सीएम नीतीश के मुंबई जाने से इसे एनडीए के एकजुटता को दिखाने का एक बड़ा प्लान भी माना जा रहा है. खासकर अगले वर्ष होने वाले बिहार विधानसभा चुनाव के पहले यह सीएम नीतीश द्वारा दिया जाने वाला एक बड़ा संदेश होगा. हालिया समय में ऐसी अटकलें लगाई गई कि एनडीए से नीतीश कुमार को अलग करने के लिए राजद की ओर से डोरे डाले जा रहे हैं. ऐसे में इन अटकलों पर विराम लगाने और राजद सहित अन्य विपक्षी दलों को जवाब देने के लिए अब सीएम नीतीश की मुंबई में मौजूदगी एक खास सियासी रणनीति के तौर पर देखा जा रहा है.
हरियाणा नहीं गये थे
अक्टूबर में हरियाणा विधानसभा चुनाव के बाद बनी भाजपा सरकार के शपथ ग्रहण समारोह में बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार नहीं गये थे. उस समय जदयू की ओर से केंद्रीय मंत्री ललन सिंह मंच पर मौजूद थे. नीतीश के नहीं जाने से कई किस्म की कयासबाजी का भी जन्म हुआ. यहां तक कहा गया कि एनडीए में सबकुछ ठीक नहीं है. हालाँकि सीएम नीतीश और जदयू ने इन बातों का खंडन किया कि एनडीए से अलग होने की बात चल रही है. बाद में कई मंचों से नीतीश कुमार ने सार्वजनिक रूप से कहा कि वे एनडीए के साथ ही रहेंगे.
अब विरोधियों को जवाब
सीएम नीतीश का हरियाणा नहीं जाना और अब महाराष्ट्र जाना संभवतः उन अटकलों पर ही पूर्ण विराम लगाने की पहल है. अब मुंबई में नीतीश कुमार एक मंच पर पीएम मोदी संग होंगे. साथ ही भाजपा और एनडीए के तमाम घटक दलों के शीर्ष नेता भी वहां मौजूद रहेंगे. इससे विपक्षी दलों को एक करार जवाब दिया जायेगा कि बिहार में एनडीए में कोई फूट नहीं है. साथ ही अगले वर्ष के बिहार विधानसभा चुनाव के पहले यह मुम्बई से एनडीए के एकजुटता का बड़ा संकेत होगा.