DESK:कोरोना महामारी पूरे देश मे अपना कहर मचा रखा है।एक तरफ जहां कोरोना पॉजिटिव मरीजों की संख्या 13 लाख पर कर चुकी है, वहीं करीब 32063 मरीज कोरोना का शिकार होकर अपनी जान गवां चुके हैं।गौरतलब है की कोरोना के बढ़ते संक्रमण को देखते हुए पूरे देश में 22 मार्च से लॉकडाउन लगाया गया था. लॉकडाउन लगातार चार फेज में लगाने के बाद गृह मंत्रालय ने अनलॉक की प्रक्रिया शुरू की गई इसके बाद पूरे देश में दो बार अनलॉक की प्रक्रिया पूरी की जा चुकी है
संभावना है कि 01अगस्त से पूरे देश में अनलॉक-03 की शुरुआत की जायेगी. बताया जा रहा है कि अनलॉक-03 को लेकर भारत सरकार कई स्तरों पर बातचीत कर रही है. अनलॉक थ्री में सरकार शिक्षण संस्थान यानी स्कूलों को खोलने पर भी विचार कर रही थी.लेकिन इसी बीच सरकार ने अपना इरादा बदल लिया है.सूत्रों के हवाले से यह खबर सामने आ रही है की अनलॉक-03 में स्कूल और मेट्रो सेवाओं को शुरू करने की इजाजत नहीं मिलेगी. इतना ही नहीं स्विमिंग पूल और जिम जैसे सार्वजनिक जगहों को भी खोलने की इजाजत नहीं मिल सकती.
बता दें कि मार्च में लगे लॉकडाउन के लगातार 68 दिनों तक चलने के बाद उसे 31 मई को खत्म कर दिया गया था. इसके बाद पूरे जून और जुलाई में अनलॉक वन और अनलॉक दो को व्यवहारिक तौर पर लागू किया गया. जिसमें मंदिर होटल रेस्टोरेंट्स वगैरह को खोलने की इजाजत दी गई .सरकार की कोशिश थी कि अनलॉक की प्रक्रिया लाकर बेपटरी हो चुकी अर्थव्यवस्था को दुरुस्त किया जाए.
बीते सोमवार को केंद्रीय मानव संसाधन विकास मंत्रालय ने राज्य सरकारों से स्कूलों को खोलने के लिए सलाह मशवरा किया. इस दौरान कई राज्यों के अभिभावकों ने स्कूल को बंद रखने की सलाह दी .बता दें कि जून महीने में केंद्रीय मानव संसाधन विकास मंत्री रमेश पोखरियाल ने कहा था की स्कूलों को खोलने से पहले बच्चों के अभिभावकों से उनकी सलाह जरूर ली जाएगी .इसी के तहत अभिभावकों से बातचीत के बाद मानव संसाधन विकास मंत्रालय ने संबंधित विभागों को अभिभावकों की राय से अवगत करा दिया. जो बातें सामने निकल कर के आ रही है उसमें ज्यादातर अभिभावकों का कहना है कि जब तक वैक्सीन विकसित नहीं हो तब तक स्कूलों को खोलने की इजाजत न दी जाए .