पटना : बिहार में एक दर्जन से ऊपर तबलीगी जमातियों ने किया प्रशासन के सामने सरेंडर कर दिया है। ये सब के सब निजामुद्दीन मरकज से लौटकर गांव में छिपे हुए थे। बिहार के डीजीपी के द्वारा लगातार जमातियों के बारे में पूछे जाने पर इनकार करने के बाद गुरुवार को उन्होंने स्वीकार किया था कि 10 जमातियों की जानकारी मिली है।
गया के भदया गांव में दिल्ली से लौटकर रह रहे थे जमाती
बता दें कि गुरुवार को गया जिले के शेरघाटी में दिल्ली के निजामुद्दीन स्थित मरकज तब्लीगी जमात से लौटे लगभग एक दर्जन से अधिक जमातियों प्रशासन के समाने सरेंडर किया. तबलीगी जमात से जुड़े एक दर्जन से ज्यादा लोगों ने प्रशानिक अधिकारियों से मुलाकात कर जमात से जुडे़ होने की पहचान उजागर की । जिनकीं आज ही स्वास्थ्य की जॉच कराई गई।
आज स्थानीय अनुमंडल के बाराचट्टी प्रखंड के भध्या गांव में रह रहें जमात के 13 सदस्यों ने गया जिले के बाराचट्टी प्रशासन से मुलाकात कर दिल्ली के निजामुद्दीन स्थित तब्लीगी मरकज से जुड़े होने की बात कबूलते हुए अपनी पहचान उजागर की है। इनलोगों ने बताया है कि फरवरी माह के 22 तारीख को दिल्ली से चलकर धर्म प्रचार के लिए भध्या गांव पहुंचे थे।
इस दौरान कोरोना वायरस संक्रमण से बचाव के लिए सामाजिक दूरी बनाने तथा क्वारंटाइन में रहने की सलाह का प्रचार-प्रसार भी कर रहे थे। जमातियों ने बताया कि की जमातियों के कोरोना पॉजिटिव की खबरें सुनते ही हमलोग स्वतः होम क्वारंटाइन में चले गए थे। तब्लीगी मरकज से जुडे़ जमातियों की स्वास्थ्य जॉच कार्य से जुडे़ अनुमंडलीय अस्पताल शेरधाटी के उपाधीक्षक डा0 राजेन्द्र प्रसाद ने बताया की बाराचट्टी से लाये गयें सभी जमातियों की स्वास्थ्य की जॉच की गई। जिनमें फिलहाल संक्रमण के लक्षण नही पाये गये।
उन्हें क्वारंटीन में रखने की सलाह के साथ बाराचट्टी प्रशासन को सौप दिया गया हैं। वहीं प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र बाराचट्टी के स्वास्थ्य प्रबंधक राकेश कुमार सिंह ने बताया कि जमाती भध्या गांव में रह रहें थे, जो तब्लीगी मरकज निजामुद्दीन दिल्ली चलकर 22 फरवरी को गया जिले के बाराचट्टी प्रखंड के भध्या गांव पहुॅचे थे जो आज प्रशासन के समक्ष अपनी पहचान उजागर की। कुल जमातियों की संख्या 13 है। 10 दिल्ली, एक उत्तराखंड के अतिरिक्त दो उत्तर प्रदेश के रहने वाले है।