बिहार उत्तरप्रदेश मध्यप्रदेश उत्तराखंड झारखंड छत्तीसगढ़ राजस्थान पंजाब हरियाणा हिमाचल प्रदेश दिल्ली पश्चिम बंगाल

LATEST NEWS

20 जनवरी को पटना में बरनवाल राजनीतिक प्रतिनिधि सम्मेलन का आयोजन

20 जनवरी को पटना में बरनवाल राजनीतिक प्रतिनिधि सम्मेलन का आयोजन

PATNA: 20 जनवरी को पटना में बरनवाल राजनीतिक प्रतिनिधि सम्मेलन का आयोजन किया जा रहा है. बरनवाल राजनीतिक प्रतिनिधि सम्मेलन को लेकर बरनवाल महासभा की ओर से लगातार बैठकों का दौरा जारी है. बरनवाल महासभा के पदाधिकारियों द्वारा जिले के विभिन्न प्रखंडों में बैठक कर लोगों को सम्मेलन में शामिल होने के लिए आमंत्रित किया जा रहा है. 

पटना में बरनवाल रथ के साथ शोभा यात्रा

19 जनवरी को एक रथ ठीक 8 बजे सुबह में हाजीगंज (लक्की बिस्कुट) पटना सिटी से और दूसरा रथ ठीक 8 बजे हनुमान नगर पानी टंकी, कंकड़बाग से चलकर 9 बजे बरनवाल भवन पहुंचेगी. सुबह 9 बजे से बरनवाल भवन, कदमकुआं से तीनों बरनवाल स्वाभिमान रथ सैकड़ों मोटरसाइकिल, महिलाओं के लिए E-रिक्शा के साथ भट्टाचार्य रोड, एक्जीविशन रोड, डाकबंगला रोड, बेली रोड, बोरिंग रोड चौराहा, बोरिंग कैनाल रोड, राजपुल, बांस घाट, गोलघर, कारगिल चौक, बांकीपुर, PMCH, NIT, गाँधी चौक, बारी पथ, भिखना पहाड़ी, नया टोला, मछुआ टोली, दरियापुर, जहाजी कोठी, चूड़ी मार्किट, कदमकुआं होते हुए वापस 12 बजे बरनवाल भवन पहुंचेगी. बरनवाल समाज ने सभी लोगों से अनुरोध है कि इस बरनवाल शोभा यात्रा में शामिल होकर अपनी एकजुटता का परिचय दें. 

बिहार प्रदेश बरनवाल महासभा के संयोजक राजकुमार प्रसाद उर्फ राजू बरनवाल ने कुछ दिन पहले पीसी कर कहा था कि बरनवाल समाज वैश्यों की एक उपजाति है. आजादी के 72 साल बीतने के बाद भी इसके लोग काफी पिछड़े और शोषित रहे हैं. बरनवाल समाज के लोग ठेला चलाना, मजदूरी करना, खेतिहर मजदूर, कुली और छोटे छोटे व्यवसाय से अपने परिवार का जीवन यापन करते हैं. इतने वर्षों के बाद भी बिहार राज्य की राजनीति में आजतक एक भी विधायक नहीं है.  बिहार राज्य में बरनवाल समाज OBC सूची में है लेकिन केन्द्रीय सूची में शामिल नहीं रहने के कारण OBC की छूट नहीं मिल रही है. हम इतने पिछड़े हैं कि लोग जानते ही नहीं है कि बरनवाल भी एक जाति है.

Suggested News