GAYA : 159 वीं केद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) का 21वां स्थापना दिवस समारोह वृहस्पतिवार को जेल परिसर मुख्यालय में रंगारंग सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुति के साथ बड़े ही हर्षोल्लास से मनाया गया। इस दौरान 159 बटालियन सीआरपीएफ के कमांडेंट कुमार मयंक ने क्वार्टर गार्ड पर सलामी ली और सीआरपीएफ के अमर शहीदों की शहादत को नमन करते हुए शहीद स्मारक जाकर उन्हें श्रद्धांजलि दी।
इस अवसर पर सीआरपीएफ कमांडेंट कुमार मयंक ने वहाँ उपस्थित अधिकारियों और जवानों को इस पावन अवसर पर बधाई देते हुए कहा कि वीर शहीदों की शहादत हमारे लिये प्रेरणास्त्रोत हैं, जो हमें हौसला एवं हिम्मत देती है। उन्होंने कहा कि हमारा बल विश्व का सबसे बड़ा अर्द्धसैनिक बल है और यह महान बल न केवल देश की आंतरिक सुरक्षा के प्रति सजग एवं सचेत है बल्कि सामाजिक सरोकार एवं मानवता के प्रति भी उतना ही प्रतिबद्ध है।
उन्होने बताया कि हमारे महान बल की गौरवमयी परंपरा को आगे बढ़ाते हुए गया मुख्यालय सीआरपीएफ की ओर से राज्य में नक्सलियों के विरूद्व निरंतर अभियान चला रही है। राज्य के विभिन्न भागों में फैले नक्सलवाद को जड़ से समाप्त करके कानून एवं व्यवस्था बनाए रखने में सीआरपीएफ ने बड़ी अहम भूमिका निभाई है तथा भविष्य में भी अपने वीरतापूर्वक कार्यो से देश व राज्य की एकता एवं अखंडता को अक्षुण्ण रखने के लिए प्रयत्नशील रहेगी। राष्ट्रीय सुरक्षा के प्रति सीआरपीएफ का समर्पण उसके दैनिक कर्तव्यों से कहीं आगे तक फैला हुआ है। अपने पूरे इतिहास में इस पुलिस बल ने उपलब्धियों और योगदानों का एक उल्लेखनीय रिकॉर्ड बनाया है। इन उपलब्धियों में युद्ध के दौरान देश की सीमाओं की सुरक्षा से लेकर आंतरिक खतरों को कम करना और प्राकृतिक आपदाओं के दौरान आम लोगों की मदद करना भी शामिल है।
इस मौके पर सीआरपीएफ कमांडेंट कुमार मयंक, द्वितीय कमान अधिकारी लोकेश कुमार, डिप्टी कमांडेट उत्तम कुमार, सहायक कमांडेंट हिमाद्रि बाग्ची, ए.रहमान, नीरज कुमार सहित सभी अधिकारी और जवान परिवार के साथ कार्यक्रम में शामिल हुए।