PATNA : पीएमसीएच में वर्ष 2017 में संविदा पर तैनात 30 कर्मचारियों की नियुक्ति में फर्जीवाड़ा उजागर हुआ था।उसके बाद अब उनकी बहाली से जुड़े पीएमसीएच के 22 डॉक्टरों को स्वास्थ्य विभाग ने नोटिस जारी किया है। डॉक्टरों से 15 दिनों के अंदर जवाब मांगा गया है।
जिन्हें नोटिस दिया गया है उनमें दो प्राचार्य और दो अधीक्षक भी शामिल हैं। हालांकि फर्जीवाड़ा कर बहाल हुए 30 कर्मी को पहले ही बर्खास्त किया जा चुका है।
विभाग के अवर सचिव विवेकानंद ठाकुर की ओर से जारी पत्र में कहा गया है कि पीएमसीएच के द्वारा 2017 में संविदा पर लैब टेक्नीशियन ओटी असिस्टेंट के पदों पर पर नियुक्ति के लिए विज्ञापन प्रकाशित हुआ था। संविदा पर नियोजन के समय निर्धारित संवर्ग नियमावली का अनुपालन नहीं किया गया। साथ ही मेधा सूची प्रकाशित कर दी गई। इतना ही नहीं मेधा सूची प्रकाशन आलोक में आपत्तियों का निराकरण नहीं किया गया। इसके लिए पूरे तौर पर चयन समिति दोषी है।
चयन समिति के चेयरमैन पीएमसीएच के तत्कालीन प्राचार्य प्रोफेसर विजय कुमार गुप्ता थे। इसके अलावा PMC के वर्तमान प्रिंसिपल प्रोफेसर विद्यापति चौधरी ,बाल रोग विभाग के अध्यक्ष प्रोफेसर एके जायसवाल प्रसूति रोग विभागाध्यक्ष चंद्र किरण शामिल, डॉ लखिन्द्र प्रसाद शामिल हैं।
विवेकानंद की रिपोर्ट