Desk: क्राइम ब्रांच की टीम को कई शिकायत मिली थी, शादी के कुछ दिन बाद घर से दुल्हन गायब है. परिवार के लोगों को उससे कोई संपर्क नहीं हो पा रहा है. भोपाल क्राइम ब्रांच ने इस तरह के 4 केस दर्ज किए थे. पुलिस ने शिकायत के आधार पर केस की जांच शुरू की. उसके बाद शुक्रवार की देर शाम इस गिरोह से जुड़े 8 लोगों को गिरफ्तार किया है. शनिवार को भी इस मामले में कई खुलासे हुए हैं. गिरफ्तार लोगों में 3 महिलाएं हैं, जो दुल्हन बनती थीं. पूछताछ में यह जानकारी सामने आई है कि तीनों ने 4 महीने के अंदर 9 शादियां की हैं. वह किसी के घर भी 10 दिन से ज्यादा नहीं रहती थीं.
इस गिरोह में कई लोग शामिल हैं. पुलिस ने अभी 8 को गिरफ्तार किया है. बाकी की तलाश जारी है. कोर्ट में पेशी के बाद इन्हें शनिवार को जेल भेज दिया गया है. पुलिस के अनुसार इस गिरोह का सरगना एक सिक्योरिटी गार्ड है, जिसकी नौकरी लॉकडाउन के दौरान चली गई थी. उसके बाद वह एक महिला के संपर्क में आया और दूल्हा ढूंढकर शादी करवाने लगा. 4 महीने के अंदर सिक्योरिटी गार्ड ने ही अपने लोगों के जरिए 9 दूल्हा ढूंढा और उनकी शादी करवाई.दरअसल, लॉकडाउन के दौरान शादी के नाम पर यह गिरोह लोगों को लूटने का काम कर रही थी. पुलिस के अनुसार कालापीपल के रहने वाले कामता प्रसाद ने शिकायत दर्ज करवाई थी कि शादी के लिए उन्हें एक युवती की तलाश थी. भोपाल के रहने वाले हिंदू सिंह ने उनकी मुलाकात दिनेश पांडे से करवाई. दिनेश के उसके बाद रिया उर्फ पूजा से मिलवाया और 85 हजार रुपये में शादी तय करवा दी। धूमधाम से सीहोर में दोनों की शादी हो गई.
शादी के 8-10 दिन बीत जाने के बाद गिरोह के सरगना दिनेश पांडे का फोन कामता प्रसाद के पास आया. उन्होंने कहा कि रिया की बहन का ऑपरेशन है. उसे मायके भेज दीजिए, उन्होंने रिया उर्फ पूजा को कुछ पैसे देकर मायका भेज दिए. उसके बाद वह नहीं लौटी। कामता ने दिनेश को फोन किया, तो उसने कहा कि अब वह नहीं लौटेगी. उसने दूसरी शादी कर ली है. उसके बाद उन्होंने पुलिस में शिकायत की थी. पुलिस ने इस गिरोह के 8 लोगों को गिरफ्तार किया है. गिरोह में शामिल 3 महिला ही बारी-बारी से दुल्हन बनती थी. शादी के बाद यह लड़के के साथ ससुराल भी जाती थीं. कुछ दिन रहने के बाद वहां से किसी बहाने ये निकल जाती थीं. उसके बाद इनका मोबाइल बंद हो जाता था. कुछ लोग शर्म के मारे इसे सार्वजनिक नहीं करते थे. अभी तक पुलिस के सामने 4 लोगों ने आकर शिकायत दर्ज करवाई है. पुलिस का कहना है कि 5 केस और दर्ज होंगे.
इस गिरोह में शामिल महिला पूजा उर्फ टीना धाकड़ ने 4 शादियां की हैं. रिया भी इसी का नाम है. सोहागपुर के जगदीश मीणा से इसकी शादी 22 मई को हुई थी. पुलिस के शिकंजे में आने के बाद जगदीश मीणा भोपाल पहुंचा था. उसने टीना को पुलिस के कब्जे में देख कर इसका विरोध किया. साथ ही कहा कि तुम चिंता मत करो, मैं तुम्हारी जमानत करवा दूंगा. उसके बाद वहां बैठे 3 लोगों की तरफ पुलिस ने इशारा करते हुए कहा कि ये लोग भी इसी के पति हैं. फिर जगदीश मीणा ने उसके खिलाफ केस किया. दरअसल, यह गिरोह दलालों के जरिए दूल्हे को फंसता था। एक शादी के लिए 1 लाख या उससे अधिक रुपये ऐंठता था। फिर शादी के बाद दुल्हन भी उसके घर से गहने और नकद लेकर फरार हो जाती थी। यह गिरोह एक दूल्हे को लाखों रुपये का चूना लगाता था। पूछताछ में यह बात सामने आई है कि दुल्हन को एक शादी के लिए 30 हजार रुपये देते थे।