PATNA : बिहार सचिवालय सेवा के चार कर्मियों की कोरोना से मौत हो गई है। अपने चार साथियों की मौत से सचिवालय सेवा संघ के तमाम कर्मी दहशत में जी रहे हैं। बिहार सचिवालय सेवा संघ ने मुख्य सचिव को पत्र लिखकर गुहार लगाई है ।
पत्र में कहा गया है कि कोरोना काल में सही जांच समुचित इलाज के अभाव में बिहार सचिवालय सेवा के 4 सदस्य- उमेश प्रसाद रजक, अजीत कुमार सिन्हा, उपेंद्र उपाध्याय और निशांत कुमार की मौत हो गई है। इन सदस्यों के निधन से सचिवालय सेवा के पदाधिकारियों कर्मियों में भय का वातावरण व्याप्त है।
संघ ने अपने पत्र में आगे कहा है कि सचिवालय के लगभग हर विभाग में अधिकांश कर्मी कोविड-19 के लक्षणों से ग्रसित हैं। जिसकी ना तो जांच की जा रही है और ना इससे बचने के सुरक्षात्मक उपाय किए जा रहे हैं। यही कारण है कि सचिवालय में कार्यरत पदाधिकारी, कर्मी कोरोना संक्रमण के वाहक बन रहे ।
सचिवालय सेवा संघ की प्रमुख मांगे
बिहार सचिवालय सेवा संघ यह मांग करता है कि कोरोना संक्रमण के कारण मृत सचिवालय सेवा के सदस्यों के आश्रितों को तत्काल अनुकंपा पर नौकरी दी जाए।कोरोना बीमा राशि के रूप में ₹50 लाख मुआवजा राशि दिया जाए। सचिवालय कर्मियों कोरोना योद्धा की भांति 50 लाख का बीमा किया जाए।
सचिवालय कर्मियों के आश्रितों हेतु 100 बेड का अस्थाई अस्पताल की सुविधा दी जाए। सचिवालय में कार्यरत गर्भवती महिलाओं एवं गंभीर रोग से ग्रसित कर्मियों के घर से ही काम की अनुमति दी जाए। सचिवालय के कार्यालयों को 33 पदाधिकारी कर्मचारियों के साथ खोलने की व्यवस्था की जाए ताकि सोशल डिस्टेंसिंग का अनुपालन संभव हो सके।