PATNA: पटना के विश्वेश्वरैया भवन में लगी आग के बाद अब सरकार ने जांच टीम गठित की है. इस संबंध में भवन निर्माण विभाग ने आदेश जारी कर दिया है. 11 मई को सचिवालय के विश्वेश्वरैया भवन के पांचवें और छठे तल पर आग लगी थी।आग की वजह से सरकार को भारी नुकसान हुआ है। ग्रामीण कार्य विभाग में आग ने भारी तबाही मचाई और बड़ी संख्या में महत्वपूर्ण फाइलें व कागजात स्वाहा हो गये। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने भी गुरूवार की शाम विश्वेश्वरैया भवन जाकर स्थिति का जायजा लिया था। आग ने इतना विकराल रूप धारण कर लिया था कि उसे बुझाने में 12 घंटे से अधिक का समय लग गया।
छह सदस्यीय जांच टीम गठित
भवन निर्माण विभाग ने आग मामले में 6 सदस्य कमेटी गठित की है. यह कमेटी जांच के बाद 1 सप्ताह में अपनी रिपोर्ट देगी. भवन निर्माण विभाग के अभियंता प्रमुख राकेश कुमार को जांच टीम का अध्यक्ष बनाया गया है. वहीं असीम कुमार मुख्य अभियंता सदस्य, वरुण कुमार सिंह मुख्य अभियंता सदस्य, चंद्रशेखर प्रसाद सिंह उप सचिव सदस्य, उमेश कुमार मंडल अधीक्षण अभियंता सदस्य और विपिन कुमार अधीक्षण अभियंता सदस्य बनाए गए हैं। यह टीम एक सप्ताह तक गहन अध्ययन करेगी और रिपोर्ट तैयार कर विभाग को सौंपेगी। भवन निर्माण विभाग के सचिव कुमार रवि ने यह आदेश जारी किया है।
आग लगी या लगाई गई?
इधर, विश्वेश्वरैया भवन में आग लगने की घटना के बाद बिहार का राजनीतिक तापमान एक बार फिर से बढ़ गया है। सत्ता पक्ष के नेता दबी जुबान से तो विपक्ष खुलकर यह कह रहा कि सचिवालय में आग लगी नहीं बल्कि लगाई गई है। विपक्षी दल के नेताओं ने सीधा आरोप लगाया है कि घोटाले की फाइल को दबाने के लिए सोची-समझी साजिश है।