नालंदा. जिले के वरुण कुमार ने 65वीं बीपीएससी परीक्षा में पुरे सूबे में तीसरा स्थान लाकर जिला का नाम रोशन किया है. हालांकि, उनका सपना यूपीएससी में टॉप करना है. उन्होंने यूपीएससी 2020 में भी 692वें रैंक लिया था. लेकिन, इस सफलता से वे संतुष्ट नहीं हैं. उनका कहना है कि लक्ष्य जब सामने हो, तो उसे पाने तक प्रयास करते रहना चाहिए. सफलता का कोई शॉर्टकट नहीं होता है.
ऐसी परीक्षाओं को पास करने के लिए हमें विषय वस्तु पर पकड़ होनी चाहिए. यह तभी संभव है, जब विषय पर अच्छी पकड़ हो. बिहारशरीफ के भैंसासुर मोहल्ला निवासी वरुण की मैट्रिक तक की पढ़ाई राजगीर सैनिक स्कूल में हुई. उसके बाद आगे की तैयारी के लिए वे दिल्ली चले गए. उनके पिता उमेश कुमार चौधरी एसबीआई बैंक में मैनेजर हैं, जबकि माता रेणु चौधरी गृहिणी हैं.
दिल्ली यूनिवर्सिटी से अर्थशास्त्र विषय में स्नातक की है. वहीं रहकर वे यूपीएससी और बीपीएससी परीक्षा की तैयारी करने लगे. पहले प्रयास में ही उन्होंने यह सफलता पायी है. इस सफलता के लिए लोगों ने वरुण को बधाई दी है. हालांकि अभी पूरा परिवार गोवाहाटी में रह रहे हैं. उन्होनें अपनी सफलता का श्रेय माता पिता और गुरुजनों को दिया है.